मुजफ्फरपुर में विधायक के PA को अपराधियों ने नहीं बल्कि हर्ष फायरिंग में लगी थी गोली; पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा

मुजफ्फरपुर में बीजेपी विधायक के PA विनोद दास को लगी गोली का सच सामने आया। पुलिस जांच में पता चला कि गोली अपराधियों ने नहीं बल्कि शादी समारोह में हर्ष फायरिंग के दौरान उसके ही अवैध हथियार से चली थी। विनोद ने पुलिस को बचने के लिए झूठी कहानी सुनाई थी।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 06 Dec 2025 08:01:03 PM IST

बिहार

पुलिस की बड़ी कार्रवाई - फ़ोटो REPORTER

MUZAFFARPUR: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में दो दिन पहले भाजपा विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के PA विनोद दास को गोली लगी थी। तब विनोद ने कहा था कि अपराधियों ने उसे गोली मारी है। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो सच्चाई कुछ और ही निकलकर सामने आई। दरअसल बीजेपी विधायक के पीए विनोद को अपने ही हथियार से गोली लगी थी। पुलिस से बचने के लिए विनोद ने झूठा बयान दिया था।


जांच में यह बात निकलकर सामने आई है कि विनोद शादी समारोह के दौरान अवैध हथियार से अपने दोस्तों के साथ हर्ष फायरिंग कर रहे थे। इसी दौरान बुलेट अटक गई और फायरिंग हो गयी और वो खुद घायल हालत में अस्पताल पहुंच गये थे। जहां पुलिस को विनोद ने मनगढ़ंत कहानी सुनाई। जिस पिस्टल से उसने फायरिंग की थी उसे कही रास्ते में ही फेंक दिया था। 


मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी के विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के एक निजी सहायक विनोद दास पर गोलीबारी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।आपको बता दें कि पुलिस जांच और एफएसएल की जांच में यह बात सामने आई है कि विनोद जी ने हर्ष फायरिंग और अवैध हथियार से गोली लगने की बात पर पुलिस को झूठा बयान दिया था। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि शादी समारोह के दौरान में अवैध हथियार से बीजेपी के विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के निजी सहायक ने अपराधियों के द्वारा गोली मारने की जानकारी दी थी। जबकि घटना के रात को ही खुद ही घायल आए अस्पताल में भर्ती हो गए और फिर मनगढ़ंत कहानी को सुनाया था। पुलिस ने इस मामले में अवैध हथियार को बरामद कर लिया गया है।


दरअसल मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना क्षेत्र के अमरख के निवासी और बीजेपी के बीजेपी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के निजी पीए विनोद दास शादी समारोह के दौरान में गोली लग गई।जिसके बाद वह आनन फानन में अपने कुछ साथी के साथ शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए और फिर इस मामले की जानकारी पुलिस और अन्य लोगों की दिया था।इस घटना को लेकर के  गोली लगने से घायल विनोद दास ने बताया कि वह शादी समारोह के बाद घर लौट रहे थे इसी दौरान में अज्ञात बदमाशों ने रोककर गोली मारकर फरार हो गए।जिसके बाद से वह अपने साथी के साथ अस्पताल में भर्ती हुए और मामले की सूचना पुलिस और अन्य लोगों को दिया है।जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी और बीजेपी के विधायक केदार प्रसाद गुप्ता भी पहुंचे और हाल जाना और फिर यह कहा था कि जिस प्रकार से मेरे पिए को गोली मारी गई है यह घटना हुई है इस मामले में किसी भी दोषी को नहीं बक्शा जाएगा।


पूरे मामले में एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि विनोद दास गोलीबारी मामले में पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि उनको गोली किसी अज्ञात बदमाशों के द्वारा नहीं बल्कि हर्ष फायरिंग के दौरान में लगी थी। विनोद दास के द्वारा पुलिस को जो बयान दिया गया था वह जांच से अलग था इसके अलावा उनको जो गोली लगी थी वह अवैध हथियार से लगी हुई थी और उसका एंगिल ऊपर से नीचे की ओर था जो कि एफएसएल जांच में क्लियर हुआ है।यही नहीं गोलीबारी की घटना शादी वाले पंडाल में पीछे फायरिंग के हुई और उसी दौरान में उन्हें गोली लगी।इस घटना में एक नहीं बल्कि घायल विनोद दास के साथ अन्य तीन लोग शामिल थे।इसी दौरान में हथियार को कॉक करने के दौरान फायरिंग हुई और एक गोली विनोद दास को लगी। वही इस मामले में सभी के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज कर लिया गया है और आगे की अब करवाई किया जा रहा।