Anugrah Narayan Medical College : विपक्ष ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाया सवाल, स्पीकर ने स्वयं दिया जवाब और RJD विधायक को कहा – “मेरे साथ चलकर देखिए, शिकायत दूर होगी” Bihar Assembly Winter Session: ‘आप लोग काहे नहीं काम करते हैं जी’, सदन में मजाकिया अंदाज में सीएम नीतीश ने विपक्ष को खूब सुनाया Bihar Assembly Winter Session: ‘आप लोग काहे नहीं काम करते हैं जी’, सदन में मजाकिया अंदाज में सीएम नीतीश ने विपक्ष को खूब सुनाया Bihar Assembly : Bihar Assembly : किसी दूसरे जात के कोख से पैदा हुए हो का जी ....? विधानसभा में दलित समाज की चर्चा पर भड़के JDU विधायक, राजद के विधायक को लेकर कह दी यह बातें Tejashwi Yadav : नेता विरोधी दल सदन में नहीं हैं .... विधानसभा में आज भी नहीं पहुंचे तेजस्वी,स्पीकर ने पुकारा नाम तो सत्ता पक्ष ने ली चुटकी Bihar Assembly : सब कीजिए नमन जी ....,' CM नीतीश कुमार ने विपक्ष को कहा - आपलोग मोदी जी का नमन काहे नहीं करते है,आप भी कीजिए Bihar Assembly : नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र में राज्यपाल अभिभाषण पर रखा बिहार के शिक्षा और स्वास्थ्य में किए गए विकास का पूरा ब्यौरा Bihar Assembly Deputy Speaker : नरेंद्र नारायण यादव बने बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष, सर्वसम्मति से हुआ निर्विरोध चयन Land for Job case : लैंड फॉर जॉब केस में आज नहीं तय हुए आरोप, अब 8 दिसंबर को होगी सुनवाई; लालू परिवार को मिली थोड़ी राहत Bihar news : नालंदा में ओवरब्रिज पर मारुति कार और स्कॉर्पियो की भीषण टक्कर, आग लगने से एक की मौत; चार गंभीर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 23 Jun 2025 12:29:33 PM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Flood: नेपाल में पिछले 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। बागमती और इसकी सहायक नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है। इस वजह से मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और समस्तीपुर जैसे जिलों में बाढ़ की आशंका गहरा गई है। रविवार सुबह बागमती के जलस्तर में 2 से 2.5 फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। शनिवार रात करीब 10 बजे मुजफ्फरपुर के अतरार घाट पर बना चचरी पुल पानी के तेज दबाव में बह गया, जिससे औराई प्रखंड का मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गया। प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
बागमती की दक्षिणी उपधारा में बढ़ते जल दबाव के कारण अतरार घाट का चचरी पुल, फिर से क्षतिग्रस्त हो गया। इसकी एक हफ्ते पहले ही मरम्मत की गई थी। कटौझा में रविवार सुबह तक जलस्तर में 54 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई, हालांकि दोपहर तक इसमें 30 सेमी की कमी आई। चचरी पुल के बहने से स्थानीय लोगों को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचने के लिए 30 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसके अलावा कटरा-पहसौल-यजुआर मार्ग पर बकुची के पास बागमती पर बना पीपा पुल भी पानी के दबाव में कई हिस्सों में टूट गया, जिससे चार घंटे तक आवागमन बाधित रहा। पुल की मरम्मत के बाद ही आवागमन बहाल हो सका।
यहाँ के स्थानीय निवासियों ने बाढ़ की बार-बार होने वाली समस्या पर गहरी नाराजगी जताई है। मो. शमी, मो. शाहिद, सत्यनारायण चौधरी और कौशल राम जैसे लोगों ने बताया कि हर साल बाढ़ के कारण चार महीने तक रोजगार का संकट पैदा हो जाता है। बागमती तटबंध के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों के बीच करीब 20,000 परिवार विस्थापित हुए हैं। जिनमें से 12,000 लोग यत्र-तत्र बस गए, लेकिन 8,000 की आबादी आज भी तटबंध के अंदर और बांध पर कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रही है। विस्थापितों का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे रोजमर्रा की जरूरतों के लिए अधिक रुपया खर्च करना पड़ता है।
इधर जल संसाधन विभाग और अंचल प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सीओ मधुमिता कुमारी ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और तटबंधों की मरम्मत के लिए बांध पर बसे लोगों को खाली करने का निर्देश दिया जा चुका है। बागमती के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है। नेपाल में लगातार बारिश और बिहार में नदियों के उफान से उत्तर बिहार के कई जिले हर साल बाढ़ की चपेट में आते हैं, जिससे हजारों लोग प्रभावित होते हैं। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।