ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुंगेर में की अहम बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुंगेर में की अहम बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने दिए सख्त निर्देश, अंचल कार्यालयों और थानों की होगी कड़ी निगरानी; लापरवाह अधिकारी नपेंगे Bihar News: डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने दिए सख्त निर्देश, अंचल कार्यालयों और थानों की होगी कड़ी निगरानी; लापरवाह अधिकारी नपेंगे पटना में दो दिवसीय रिवर्स क्रेता-विक्रेता सम्मेलन...20 देशों के प्रतिनिधि हुए शामिल, उद्योग मंत्री बोले- उद्यमियों-किसानों और निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर Bihar Politics: पूर्व सांसद पप्पू सिंह बने जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रशांत किशोर ने किया एलान Bihar Politics: पूर्व सांसद पप्पू सिंह बने जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रशांत किशोर ने किया एलान Bihar News: महिला CO ने किया बड़ा खेल, शख्स की शिकायत पर सरकार ने लिया यह एक्शन, जानें.... Bihar News: भ्रष्टाचार में डूबे परिवहन के अधिकारी...महिला दलाल के खाते में ली गई रिश्वत की राशि, जांच अधिकारी को दी गई सबूतों का पुलिंदा, अब रिपोर्ट का इंतजार Bihar Crime News: भारत में बिना वीजा रह रहा दक्षिण कोरियाई नागरिक अरेस्ट, आधार कार्ड और नेपाली करेंसी बरामद

Bihar News: बिहार आ रहे हैं धीरेंद्र शास्त्री और अनिरुद्धाचार्य, जानिए... क्या है कार्यक्रम?

Bihar News: हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति के प्रचारक, तथा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करने वाले बाबा बागेश्वर (पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) एक बार फिर बिहार आ रहे हैं.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 19 May 2025 02:01:12 PM IST

Bihar News

बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News: हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति के प्रचारक, तथा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग करने वाले बाबा बागेश्वर (पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री) एक बार फिर बिहार आ रहे हैं। इस बार  मुजफ्फरपुर जिले के मधुबनी पताही फोरलेन स्थित चौसिमा मधुबनी गांव में आयोजित विष्णु यज्ञ में शामिल होंगे और 20 मई 2025 (मंगलवार) को विशाल जनसभा में हनुमान कथा का वाचन करेंगे।


वहीं, देश के लोकप्रिय कथावाचक पंडित अनिरुद्धाचार्य महाराज भी इस कार्यक्रम में पधारेंगे और इनका कार्यक्रम 22 मई से 27 मई तक चलने वला है। साथ ही शाम में प्रतिदिन यज्ञ स्थल पर भागवत कथा करेंगे।  आयोजन को लेकर भारत सेवा संस्थान और जिला प्रशासन पूरी तैयारी में जुटे हैं। बाबा बागेश्वर इससे पहले पटना में कथा कर चुके हैं, जहां भारी भीड़ और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं ने राज्यभर में चर्चा बटोरी थी।


जानकारी के मुताबिक, चौसीमा में सोमवार से कलशयात्रा व पंचांग पूजन के साथ श्रीश्री 1008 विष्णु महायज्ञ शुरू हो जाएगा। मधुबनी स्थित पोखर के समीप शिव मंदिर के पास से 1100 कन्याएं जलभरी कर यज्ञ स्थल पर पहुंचेंगी। पहलेजा धाम से गंगाजल मंगवाया गया है। 


भारत सेवा संस्थान के अध्यक्ष ने बताया है कि कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। 700 फीट लंबा और 200 फीट चौड़ा पंडाल बनाया गया है, जिसमें दो लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था है। भीड़ नियंत्रण, प्रवेश और निकास मार्ग, पीने का पानी, विश्राम गृह, शौचालय, और प्राथमिक उपचार केंद्र की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था रहेगी।


जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम ने यज्ञ स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल की विशेष तैनाती की जाएगी। सादी वर्दी में पुलिसकर्मी, महिला पुलिस, और स्वयंसेवकों की टीम मैदान में मौजूद रहेगी।अग्निशमन विभाग, एम्बुलेंस सेवा, और सीसीटीवी निगरानी की व्यवस्था की गई है। भीड़ प्रबंधन और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन से निगरानी की भी योजना है।


बता दें कि बाबा बागेश्वर के बिहार आगमन को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। इससे पहले पटना में हुए कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उनका स्वागत किया था, वहीं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। इस बार भी कार्यक्रम के राजनीतिक प्रभावों पर निगाहें टिकी हैं।


बाबा बागेश्वर और अनिरुद्धाचार्य जैसे प्रसिद्ध कथावाचकों को सुनने के लिए राज्य भर से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। आयोजन समिति के अनुसार, दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा और नेपाल सीमा से भी भक्तों का आना तय है।


यात्रा और पार्किंग व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए बाहर से आने वाले लोगों के लिए अलग पार्किंग और मार्ग-निर्देशन टीम तैनात की जाएगी। यह धार्मिक कार्यक्रम न केवल एक आध्यात्मिक उत्सव है, बल्कि बिहार में हिंदू सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण का प्रतीक भी बनता जा रहा है। जिला प्रशासन की सक्रियता और जनसहयोग से यह कार्यक्रम राज्य के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में एक हो सकता है।