अंतरजातीय प्रेम-विवाह के 7 साल बाद पंचायत ने सुनाया अजूबा फरमान, मासूम बच्चे के साथ गांव छोड़ने का पति-पत्नी को दिया आदेश

जमुई के मड़ैया गांव में 7 वर्ष पूर्व अंतरजातीय प्रेम विवाह करने वाले राजीव ठाकुर और रूपा कुमारी को पंचायत द्वारा गांव छोड़ने का फरमान सुनाया गया। पति-पत्नी को जान से मारने की धमकी और जबरन हस्ताक्षर कराने का आरोप।

1st Bihar Published by: Dhiraj Kumar Singh Updated Wed, 17 Dec 2025 06:39:30 PM IST

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SP से न्याय की लगाई गुहार - फ़ोटो REPORTER

JAMUI: जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मड़ैया गांव में प्रेम-प्रसंग में अंतरजातीय विवाह करना 7 वर्षों के बाद प्रेमी जोड़े राजीव ठाकुर और रूपा कुमारी के लिए अभिशाप बन गई है। हालांकि इस शादी से दोनों के परिवार वालों को कोई एतराज नहीं है, लेकिन इन दोनों पति-पत्नी पर अब गांव के ही कुछ शरारती तत्व कहर बरपाने लगे हैं। 


इतना ही नहीं अंधेरी रात में पंचायत बुलाकर गांव से बाहर जाने और दोबारा अपने घर-गांव लौटकर नहीं आने की फरमान सुना दी है। साथ ही गांव आने पर जान मारने की धमकी दी गई और सादे कागज पर जबरन हस्ताक्षर करा लिया गया। मामले में इसकी शिकायत लक्ष्मीपुर थाना की पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। नतीजतन डरे- सहमे पति-पत्नी मंगलवार की दोपहर 2:00 बजे एसपी को आवेदन देने समाहरणालय पहुंचे, जहां एसपी से मुलाकात नहीं होने की वजह से वे दोनों वापस अपने रिश्तेदार के घर लौट गए और बुधवार को एसपी को आवेदन देने की बात कही गई। 


दरअसल माडिया गांव निवासी सतीश ठाकुर के पुत्र राजीव ठाकुर और गांव के ही गिरीश कुमार मंडल की पुत्री रूप कुमारी के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस दौरान 7 वर्ष पूर्व ही दोनों ने गांव से भागकर शादी कर ली थी। मामले में रूपा कुमारी के पिता द्वारा उस वक्त लक्ष्मीपुर थाना में शिकायत भी की थी, लेकिन दोनों के बालिग होने की स्थिति में कोर्ट ने भी दोनों को एक साथ रहने की अनुमति दे दी थी। उसके बाद राजीव ठाकुर अपनी पत्नी रूपा कुमारी के साथ बंगाल में रहकर काम करने लगा।


इस दौरान वह बंगाल से अपने घर माता-पिता के पास आना-जाना करने लगा। राजीव ठाकुर की मां का हाथ टूट गया था और धान का सीजन होने की वजह से राजीव ठाकुर अपनी पत्नी रूपा कुमारी के साथ बंगाल से अपने घर मड़ैया गांव आ गया। कुछ दिन मड़ैया गांव में रहने के बाद गांव के ही नरेश यादव, करीमन यादव , चनेसर यादव, गुड्डू यादव, सुनील यादव, सौदागर पासवान, मिथिलेश शर्मा, वकील यादव , भोला यादव सहित अन्य लोगों के द्वारा राजीव ठाकुर को गांव से भागने की धमकी दी जाने लगी। 


इस बीच उक्त लोगों के द्वारा गांव में पंचायत बुलाई गई और पंचायत में गांव से भागने का फरमान सुनाया गया। राजीव ठाकुर ने बताया कि वे लोग सात वर्ष पूर्व शादी कर अच्छे तरीके से रह रहे हैं। दोनों परिवार वालों में से किसी को भी आपत्ति अब नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि सात वर्ष पूर्व तुम दोनों घर से भाग कर शादी किया था, जिस वजह से तुम ही दोनों का देख कर और भी लड़के- लड़की गांव से भाग रहे हैं। राजीव ठाकुर ने ग्रामीण पर मारपीट करने और प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है।