ब्रेकिंग न्यूज़

पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में महिला की मौत के बाद हंगामा, पैसे की लालच में मरीज को रेफर नहीं करने का आरोप बगहा में बुलडोजर देख अतिक्रमणकारियों ने पुआल में लगा दी आग, काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने पाया काबू वैशाली में एसपी सिंगला कंपनी के मिक्सिंग पॉइंट पर भीषण आग: एलडी लिक्विड लोडेड ट्रक फटा PATNA CRIME: हथियार लहराना पड़ गया भारी, एजी कॉलोनी में पिस्टल के साथ युवक गिरफ्तार, जेडीयू MLC के साथ तस्वीर आई सामने बोधगया में दहेज के लिए बारातियों ने मचाया उत्पात: जमकर चले बर्तन और कुर्सी, दुल्हन पक्ष ने तोड़ दी शादी Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान

Pariksha Pe Charcha 2025: ‘परीक्षा पे चर्चा’ में बिहार के विराज ने PM मोदी से पूछा ऐसा सवाल, मुरीद हो गए प्रधानमंत्री

Pariksha Pe Charcha 2025: 'परीक्षा पे चर्चा' के आठवें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी बोर्ड परीक्षा को देने वाले छात्र-छात्राओं से बात की। इस दौरान बिहार के विराज ने पीएम मोदी से ऐसा सवाल पूछ दिया कि उसकी खूब चर्चा हो रही है।

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 10 Feb 2025 06:08:03 PM IST

Pariksha Pe Charcha 2025

परीक्षा पे चर्चा में बिहारी छात्र - फ़ोटो reporter

Pariksha Pe Charcha 2025: आगामी बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के 8वें संस्करण में तीन करोड़ से ज्यादा छात्र-छात्राओं से बात की और उन्हें परीक्षा के दौरान तनाव को दूर करने के टिप्स दिए। इस दौरान बिहार के गया के रहने वाले विराज ने पीएम मोदी से ऐसा सवाल पूछ लिया कि प्रधानमंत्री बिहार के मुरीद हो गए।


दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में बच्चों से बात की। बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं से कहा चाहे उम्र कोई भी हो हमेशा लिखने की आदत बनाए रखनी चाहिए। छात्र किताबी कीड़ा न बनें लेकिन ज्ञान प्राप्त करने से पीछे भी नहीं हटें। इंसान को हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। पढाई के साथ साथ रिलैक्स होने की भी जरूरत है। अपने माता-पिता के समझाएं कि रोबोट की तरह नहीं जीना है बल्कि हम इंसान हैं।


बिहार से इस कार्यक्रम में गया के छात्र विराज कुमार ने पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व किया। 11वीं के छात्र विराज ने अपने आत्मविश्वास और शानदार सवाल से न सिर्फ कार्यक्रम में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि बिहार का नाम भी रोशन किया। इस उपलब्धि से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा बिहार गदगद है। गया के टी मॉडल स्कूल में पढ़ाई करने वाला विराज, बिहार से इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में शामिल होने वाला अकेला छात्र था। 


विराज ने बताया कि शुरू में किसी को यह जानकारी नहीं थी कि परीक्षा पर चर्चा में भाग लेना है। स्कूल स्तर पर टेस्ट हुआ, और वह चयनित हो गया। इसके बाद मुंबई में यशराज स्टूडियो में दीपिका पादुकोण के साथ शूटिंग की गई। शूटिंग शानदार रही और इसके बाद पीएम मोदी के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चयन हुआ। इस बात को गोपनीय रखने के निर्देश दिए गए थे, और विराज ने इसका पूरी तरह पालन किया।


कार्यक्रम के दौरान विराज ने प्रधानमंत्री से लीडरशिप पर सवाल किया। उन्होंने पूछा, आप लंबे समय से पीएम हैं और ग्लोबल लीडर भी। क्या वह दो-तीन बातें हैं जो हम बच्चों के लिए जरूरी हैं? इस पर पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि, बिहार का लड़का राजनीति से जुड़ा सवाल न पूछे, यह हो ही नहीं सकता। पीएम ने लीडरशिप के लिए बेहतर ज्ञान, समाज के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत और एक मजबूत दृष्टिकोण को अहम बताया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने तिल से निर्मित मिठाई भी सभी बच्चों को भेंट किया।


विराज की इस उपलब्धि ने उनके परिवार को गर्व से भर दिया। कार्यक्रम को पूरे परिवार ने साथ बैठकर देखा। उनके दादा राम लखन स्वर्णकार, दादी सावित्री देवी, मां संगीता देवी, भाभी और बुआ ने कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। सभी ने विराज की मेहनत और प्रधानमंत्री के साथ बातचीत को सराहा।


विराज की इस उपलब्धि ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बिहार के बच्चों में असीम प्रतिभा है। यह न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। बिहार जैसे राज्य से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना आसान नहीं, लेकिन विराज ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिखाया। यह कहानी केवल विराज की नहीं है, बल्कि बिहार की क्षमता, मेहनत और सपनों की भी है।

रिपोर्ट- नितम राज, गया