ब्रेकिंग न्यूज़

पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में महिला की मौत के बाद हंगामा, पैसे की लालच में मरीज को रेफर नहीं करने का आरोप बगहा में बुलडोजर देख अतिक्रमणकारियों ने पुआल में लगा दी आग, काफी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने पाया काबू वैशाली में एसपी सिंगला कंपनी के मिक्सिंग पॉइंट पर भीषण आग: एलडी लिक्विड लोडेड ट्रक फटा PATNA CRIME: हथियार लहराना पड़ गया भारी, एजी कॉलोनी में पिस्टल के साथ युवक गिरफ्तार, जेडीयू MLC के साथ तस्वीर आई सामने बोधगया में दहेज के लिए बारातियों ने मचाया उत्पात: जमकर चले बर्तन और कुर्सी, दुल्हन पक्ष ने तोड़ दी शादी Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान

Bihar News: बिहार के इस नदी में अचानक आ गई बाढ़, एक दर्जन लोग पानी में फंसे

Bihar News: बिहार में मानसून ने हाल ही में दस्तक दी है और इसके साथ ही कई जिलों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है. मानपुर के फोर लेन पुल के नीचे रह रहे 12 खानाबदोश लोग पानी में फंस गए.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 19 Jun 2025 12:25:17 PM IST

Bihar News

बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News: बिहार में मानसून ने हाल ही में दस्तक दी है और इसके साथ ही कई जिलों में भारी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। गया जिले में पिछले दो दिनों से हो रही मूसलधार बारिश के कारण गुरुवार सुबह फल्गु नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे मानपुर के फोर लेन पुल के नीचे रह रहे 12 खानाबदोश लोग पानी में फंस गए।


दरअसल, गुरुवार सुबह फल्गु नदी के पचंदेवधाम घाट के समीप स्थित नए फोर लेन पुल के नीचे तेज़ बहाव और जलस्तर बढ़ने के कारण वहां सो रहे खानाबदोश लोग अचानक पानी से घिर गए। तेज धार और लबालब नदी को देखकर वे घबराकर चिल्लाने लगे। मानपुर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पड़ने वाले इस स्थान पर जब स्थानीय लोगों ने चीख-पुकार सुनी तो तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े।


स्थानीय लोगों ने तुरंत पास के तैराक युवकों को बुलाया। संतोष कुमार नामक युवक ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली कि कुछ लोग नदी में फंसे हैं, जिसके बाद वे तैराक साथियों के साथ मौके पर पहुंचे। कुछ लोगों को तैरकर, तो कुछ को रस्सियों की मदद से पुल के ऊपर से खींचकर सुरक्षित निकाला गया।


कुछ देर बाद एसडीआरएफ की टीम नाव लेकर मौके पर पहुंची, और सभी 12 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता पाई। हालांकि, तीन बकरियां और खानाबदोश परिवारों के कुछ सामान तेज धार में बह गए। स्थानीय लोगों ने साहस दिखाने वाले युवाओं की प्रशंसा की और जिला प्रशासन से बचाव में लगे युवकों को सम्मानित करने की मांग की है। कई लोगों ने बताया कि यदि समय पर मदद न पहुंचती, तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।


पानी में फंसे लोग बंजारन समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जो झुंड में रहते हैं और रोज़मर्रा की जिंदगी गुज़ारने के लिए छोटा-मोटा सामान बेचते या मांगते हैं। आमतौर पर ये लोग पुल के नीचे या घाट किनारे अस्थायी ठिकाना बना लेते हैं और मौसम के अनुसार स्थान बदलते रहते हैं। बुधवार रात को भी बारिश और गर्मी से बचने के लिए इन्होंने पुल के नीचे ऊंचे स्थान पर डेरा डाला था, लेकिन भारी बारिश के कारण पानी अचानक बढ़ गया।


फल्गु नदी में आई इस बाढ़ को लेकर अब स्थानीय प्रशासन भी सतर्क हो गया है। संभावित खतरे को देखते हुए निचले इलाकों में रहने वालों को अलर्ट किया गया है और तटवर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और बारिश की चेतावनी दी है। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि आपदा की घड़ी में स्थानीय समुदाय और प्रशासन का तालमेल किस तरह जान बचा सकता है। साथ ही यह सवाल भी उठता है कि नदी किनारे और पुलों के नीचे रह रहे खानाबदोश परिवारों के लिए स्थायी समाधान की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।