Bihar News: बेटे और बहू के प्रेम विवाह से नाराज दादी ने 50 हजार में पोते को बेंचा, ऐसे हुआ खुलासा

Bihar News: बिहार के भोजपुर जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां बेटे और बहू के प्रेम विवाह से नाराज एक महिला ने अपने ही नवजात पोते को बेच दिया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 18 Dec 2025 12:25:36 PM IST

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बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News: बिहार के भोजपुर जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां बेटे और बहू के प्रेम विवाह से नाराज एक महिला ने अपने ही नवजात पोते को बेच दिया। जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला ने बहू के प्रसव के तुरंत बाद गांव की एक महिला की मदद से नवजात को रोहतास जिले के एक ग्रामीण चिकित्सक को 50 हजार रुपये में बेच दिया। बेचा गया नवजात नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी चितरंजन कुमार का पुत्र है।


यह सनसनीखेज घटना गड़हनी थाना क्षेत्र के अगिआंव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के बाहर 7 दिसंबर को हुई। इस मामले में पीड़िता खुशबू कुमारी के बयान पर 16 दिसंबर को गड़हनी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इसके बाद नारायणपुर और गड़हनी थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए खुशबू कुमारी की सास क्रिंता देवी और उसकी तीन सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने क्रिंता देवी के पास से नवजात की बिक्री से मिले करीब 49 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।


गिरफ्तार आरोपितों में नारायणपुर गांव निवासी पंकज रवानी की पत्नी क्रिंता देवी, महेंद्र शर्मा की पत्नी कविता शर्मा, उनकी रिश्तेदार आरा निवासी चांदनी शर्मा और रोहतास जिले की प्रीति कुमारी शामिल हैं। पुलिस पूछताछ में सभी आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। हालांकि, अब तक नवजात की बरामदगी नहीं हो सकी है और उसे खरीदने वाला डॉक्टर भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।


पुलिस के अनुसार, चांदनी शर्मा ने पूछताछ में बताया कि कविता शर्मा के कहने पर उसने रोहतास जिले के दिनारा में क्लीनिक चलाने वाले सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के हुंकाडीह गांव निवासी डॉक्टर दिलीप उर्फ हरिशंकर पंडित से संपर्क किया था। बातचीत के बाद 50 हजार रुपये में नवजात को डॉक्टर दिलीप को सौंप दिया गया। पुलिस लगातार डॉक्टर के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।


थानाध्यक्ष कमलजीत ने बताया कि जांच में यह भी सामने आया है कि चितरंजन कुमार और खुशबू कुमारी आपस में रिश्ते के चचेरे भाई-बहन हैं और दोनों ने प्रेम विवाह किया था। इस विवाह से चितरंजन की मां क्रिंता देवी नाराज थी। बेटे-बहू को अलग करने और बदला लेने की नीयत से उसने नवजात को बेचने की साजिश रची, जिसमें गांव की कविता शर्मा और अन्य महिलाओं ने उसका साथ दिया।


पोते को बेचने के बाद बहू को घर में किया गया कैद

प्राथमिकी के अनुसार, नवजात को बेचने के बाद क्रिंता देवी ने अपनी बहू खुशबू कुमारी को घर में ही कैद कर दिया और बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी। करीब पांच दिन बाद खुशबू किसी तरह घर से भागने में सफल रही और आरा पहुंचकर अपने रिश्तेदार के घर शरण ली।


आरा में महिला रिश्तेदार संजू देवी की मदद से खुशबू पहले कचहरी में काम करने वाली पूनम देवी के पास पहुंची और फिर पुलिस अधीक्षक से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार किया।


पुलिस ने बताया कि नवजात की बरामदगी और उसे खरीदने वाले डॉक्टर की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को तेज कर दिया गया है और अन्य संभावित आरोपितों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।