1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 03 Nov 2025 03:20:00 PM IST
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 - फ़ोटो सोशल मीडिया
BHAGALPUR: बिहार में दो चरणों में मतदान होने वाले हैं। 6 और 11 नवम्बर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 14 नवम्बर को होगी। इससे पहले तमाम दलों के नेता और स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर में 3 चुनावी सभा की। कभी नीतीश के बड़बोले विधायक रहे गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल के खिलाफ तीनटंगा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया। जेडीयू प्रत्याशी बुलो मंडल के लिए सीएम नीतीश ने गोपालपुर की जनता से वोट मांगा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी के जंगलराज का जिक्र किया और पहले की सरकार को फालतू बताया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले क्या स्थिति थी किसी से छिपा हुआ नहीं है। शाम होने से पहले लोग बाहर का काम कर लिया करते थे। शाम होने के बाद वो घर से बाहर नहीं निकलते थे। जब बच्चा घर से शाम में निकलने की कोशिश करता तो उनके माता-पिता किसी अनहोनी के डर से उन्हें घर से निकलने नहीं देते थे। लालू-राबड़ी के जंगलराज की स्थिति बद से बदतर थी। उस दौर को याद कर रोंगते खड़े हो जाते थे। लेकिन आज स्थिति बहुत अच्छी है। यह खुद लोग ही बताएंगे। आज रात में भी लोग आराम से घूमते हैं। उन्होंने कहा कि पहले तो फालतू सरकार थी। हिंदू-मुस्लिम के झगड़े होते थे। पढ़ाई और इलाज की व्यवस्था तक नहीं थी। बिजली भी अक्सर गुल रहती थी।
लोग तब लालटेन जलाते थे, लेकिन जब हमारी सरकार आई तो हमने बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क और लॉ एन्ड ऑडर पर फोकस किया। आज शायद ही किसी के घर में लालटेन होगा। गांव-गांव देहात एलईडी बल्बों की रोशनी से चकाचक हो गया है। कही अंधेरा नजर नहीं आता है। तीनटंगा के बाद नीतीश ने कहलगांव के गोराडीह में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। जिसके बाद तीसरी सभा सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र के करहरिया स्थित देवी प्रसाद महतो उच्च स्कूल के मैदान में की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वहां भी 2005 से पहले और बाद के बिहार की स्थितियों से लोगों को अवगत कराया।
कहा कि पहले वाली आरजेडी की सरकार ने कोई काम नहीं किया था। बिहार को ऐसा कर रखा था कि शाम के बाद लोग घर से बाहर भी नहीं निकलते थे। जब हमारी सरकार आई तो बिहार में कानून का राज स्थापित हुआ। हमने तो कब्रिस्तानों और मंदिरों की घेराबंदी कर हिन्दू मुस्लिम का विवाद ही खत्म कर दिया। आज देखिये बिहार का माहौल कितना बढ़िया है यहां हिन्दू और मुस्लिम खुशी-खुशी रहते हैं। एक दूसरे के पर्व त्योहार में शामिल होते हैं।