ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: 470 करोड़ खर्च यहाँ बनाया जाएगा रेलवे का विशेष पुल, अब ट्रेन के ऊपर से फर्राटे मारेगी दूसरी ट्रेन Crime News: शिक्षिकाओं की पिटाई से मासूम की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ बर्बरता का खुलासा Shocking love story: 60 साल का वकील डॉक्टर की पत्नी को लेकर हुआ फरार , बोला- बचपन का प्यार है! India Pakistan: खौफ में जी रही पाकिस्तानी सेना, आर्मी हेडक्वार्टर को अब रावलपिंडी से हटाने की तैयारी 1st Bihar का फिर बजा डंका...ठेकेदार से मिलकर करोड़ों के भ्रष्टाचार में RCD के 'अधीक्षण-कार्यपालक अभियंता' सस्पेंड, हमने 25 दिसंबर को ही बड़े खेल का किया था खुलासा Bihar News: लापरवाही या मनमानी? करोड़ों की लागत से बनी सदर अस्पताल बिल्डिंग हो रही बर्बाद, विभाग बिल्कुल मौन Patna Pink Bus: महिलाओं के लिए पटना में शुरू हुई VIP बस सेवा! इतना सस्ता किराया कि यकीन नहीं होगा! Bihar Jharkhand Trains Cancelled: बिहार-झारखंड रुट की ये ट्रेनें 12 दिनों तक बंद, जानें वजह... BN College bomb blast case: पटना बीएन कॉलेज बमकांड का मुख्य आरोपी दीपक गिरफ्तार, जहानाबाद के दो अन्य छात्र भी हिरासत में Road Accident: सड़क दुर्घटना में बाइक सवार 3 युवकों की मौत, गाड़ी के उड़े परखच्चे

BIHAR: कांग्रेस नेता सुनील तिवारी पर 3 साल तक नौकरानी से यौन शोषण का आरोप, पीड़िता ने थाने में दर्ज कराई शिकायत

घर में काम करने वाली नौकरानी ने अपने मालिक कांग्रेस नेता सुनील तिवारी के खिलाफ 3 साल तक यौन शोषण करने, अबॉर्शन करवाने और साथ नहीं रहने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने 14 मई को थाने में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 15 May 2025 03:31:56 PM IST

bihar

पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार - फ़ोटो google

BHAGALPUR: बिहार के भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड से एक मामला सामने आया है, जो कांग्रेस नेता सुनील तिवारी से जुड़ा है। सुनील तिवारी पर अपनी नौकरानी के साथ तीन वर्षों तक यौन शोषण करने, गर्भपात करवाने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाा है। यह आरोप लगाने वाली महिला उनके घर की नौकरानी है जो जगदीशपुर के आजमपुर कनेरी की रहने वाली हैं, महिला के पति स्वर्गीय मुन्ना तांती का देहांत 5 साल पहले हो चुका है। वो एक लड़का और एक लड़की की मां है।


पीड़िता ने 14 मई की देर शाम जगदीशपुर थाना पहुंचकर लिखित आवेदन देकर सुनील तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आवेदन में आशा देवी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सुनील तिवारी ने तीन साल तक झूठे वादे और प्रलोभन देकर उनका यौन शोषण किया। इस दौरान दो बार उनके गर्भ में पल रहे शिशु का जबरन गर्भपात भी करवाया। पीड़िता ने बताया कि सुनील तिवारी ने उन्हें काम के बदले ₹4000 मासिक वेतन देने का वादा किया था, लेकिन उन्हें कभी ₹500 तो कभी ₹1000 ही मिलते रहे।


पीड़िता का कहना है कि जब उन्होंने इस संबंध को समाप्त कर दिया और उनके घर में काम करने से मना कर दिया, तो सुनील तिवारी ने उन्हें और उनके बच्चे को जान से मारने की धमकी देना शुरू कर दिया ।यहां तक कि वे उनके ससुराल पहुंचकर उनके सास-ससुर को धमकाने लगे और यह दबाव बनाने लगे कि उसे उनके हवाले कर दिया जाए।


इस पूरे मामले में एक और बड़ा मोड़ तब आया जब सोशल मीडिया पर सुनील तिवारी और पीड़िता के बीच हुई बातचीत का वॉइस मैसेज वायरल हो गया। इस वायरल ऑडियो में कथित रूप से सुनील तिवारी आशा देवी से भावनात्मक अपील करते सुनाई दे रहे हैं। वह कह रहे हैं, “मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता, मुझे बताए मैंने क्या गलती की है। मैं आपके मांग में सिंदूर भरने को तैयार हूं, जितनी जमीन चाहिए ले लीजिए, जितना पैसा चाहिए ले लीजिए” 


पीड़िता इस बातचीत में स्पष्ट रूप से कहती हैं कि वह अब उनके साथ नहीं रहना चाहती और ना ही उनके घर में काम करना चाहती हैं। जब इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता सुनील तिवारी से मीडिया ने बात की, तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया उन्होंने कहा, “यह सब झूठ है, मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है। कोई भी किसी के खिलाफ थाने में आवेदन दे सकता है, इसका यह मतलब नहीं कि वह दोषी है”


उन्होंने आगे कहा कि मेरी छवि को खराब करने की साजिश रची जा रही है। जगदीशपुर थाना अध्यक्ष अभय कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़िता के द्वारा सुनील तिवारी के खिलाफ लिखित आवेदन दिया गया है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं और जांच के आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। 


अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर वॉइस मैसेज सही पाया जाता है, तो यह कांग्रेस नेता के लिए एक बड़ा साक्ष्य बन सकता है। वहीं, कुछ लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि कोई महिला तीन साल तक यौन शोषण कैसे सहती रही, लेकिन सामाजिक और आर्थिक दबावों के कारण पीड़िताएं अक्सर देर से सामने आती हैं यह भी एक कड़वा सच है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।