सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
22-Jun-2025 01:20 PM
By First Bihar
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने रविवार को मीडिया को जानकारी दी कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू होगी, और 5 जुलाई को चुनाव होगा।
दरअसल, यह चुनाव सिर्फ एक औपचारिकता भर लग रहा है, क्योंकि पार्टी के भीतर लालू यादव को फिर से अध्यक्ष बनाए जाने पर सर्वसम्मति है। सिद्दीकी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर लालू प्रसाद यादव ही रहेंगे। पूरी पार्टी की इच्छा है कि वही पार्टी का नेतृत्व करें। वह कल (सोमवार) को नामांकन दाखिल करेंगे। जब उनसे लालू यादव के स्वास्थ्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है। काम आज भी लालू जी के दिशा-निर्देश में हो रहा है और आगे भी होता रहेगा। पार्टी में उनकी भूमिका अहम है, और वह पहले की तरह सक्रिय रहेंगे," उन्होंने स्पष्ट किया।
राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को राष्ट्रीय स्तर पर दी जा सकने वाली जिम्मेदारी को लेकर भी सिद्दीकी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, यह पूरी तरह पार्टी का आंतरिक मामला है। लेकिन यह जरूर कहना चाहूंगा कि जगदानंद सिंह हमारे सुख-दुख के साथी हैं। पार्टी उनके अनुभव का लाभ उठाएगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लालू यादव को पुनः अध्यक्ष बनाए जाने से पार्टी को एक स्थिर नेतृत्व मिलेगा, खासकर 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों से पहले। तेजस्वी यादव भले ही चेहरा हों, लेकिन संगठनात्मक फैसलों में अब भी लालू यादव की भूमिका निर्णायक बनी हुई है।
राजद इस समय गठबंधन की राजनीति के साथ-साथ अपने संगठन को भी मजबूत करने में जुटी है। ऐसे में नेतृत्व का स्पष्ट और अनुभवी चेहरा पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को एकजुट रखने में मदद करेगा।