Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘अभी दूध के दांत भी नहीं निकले, लालू का बेटा बहुत बोलता है’, ओवैसी का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: वोटिंग से पहले राहुल गांधी का बड़ा दाव, क्या बदलेगा समीकरण या होगा बड़ा खुलासा? Munger Election : मुंगेर चुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा उलटफेर, जन सुराज प्रत्याशी संजय सिंह भाजपा में शामिल, बदले चुनावी समीकरण Bihar Assembly Election : बिहार चुनाव: पहले चरण की 10 वीआईपी सीटों पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला, 16 मंत्रियों की साख दांव पर Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
09-Sep-2024 03:35 PM
By First Bihar
CHHAPRA: छपरा मे नाबालिग लड़के का यूट्यूब देखकर पथरी का ऑपरेशन करने वाला झोलाछाप डॉक्टर आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया। लड़के को पटना ले जाने के दौरान उसकी मौत के बाद आरोपी फर्जी डॉक्टर बीच रास्ते से ही फरार हो गया लेकिन मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया और फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, सारण के गड़खा थाना क्षेत्र के मोतीराजपुर स्थित गणपति सेवा सदन में एक झोलाछाप डॉक्टर अजीत कुमार पुरी ने मढ़ौरा थाना क्षेत्र के भुवालपुर गांव निवासी चंदन साह के 15 वर्षीय बेटे कृष्णा कुमार उर्फ गोलूकी पथरी का ऑपरेशन यूट्यूब देखकर कर दिया था।
ऑपरेशन के बाद लड़के की हालत बिगड़ी तो खुद एंबुलेंस से लेकर पटना के लिए रवाना हो गया था लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत होने के बाद आरोपी डॉक्टर और उसके सहयोगी बच्चे को बीच रास्ते में छोड़कर फरार हो गए थे। इसके बाद परिजनों ने गरखा थाने में आरोपी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आई और 8 सितंबर को ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने चार साल तक एक डॉक्टर के पास कंपाउंडर का काम किया और बाद में खुद प्रेक्टिस कर डॉक्टर बन गया और अस्पताल खोलकर लोगों की इलाज करने लगा था।