बेतिया में गंडक नदी की तेज धार में बहा चचरी पुल, कई गांवों का संपर्क टूटा हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राजद और कांग्रेस पर बोला हमला, कहा..आरक्षण विरोधी रहा है दोनों पार्टियों का चरित्र Bihar Ias Officers: बिहार के 12 IAS अफसरों को मिली एक और नई जिम्मेदारी, पूरी लिस्ट देखें.... Bihar News: बिहार के 544 CO पर हुआ एक्शन, फिर भी अंचल अधिकारियों पर नहीं पड़ रहा प्रभाव, मंत्री ने की हाईलेवल मीटिंग बेगूसराय में नदी में डूबने से 4 की मौत, खगड़िया में एक बच्ची की गई जान Bihar News: इन जिलों में अगले 2 दिन भीषण बारिश, IMD ने पहले कर दिया सावधान Bihar News: बिहार की इन 8 महिला समेत 13 अफसरों की लगी ड्यूटी, 19-20 तारीख को करेंगे यह काम पटना फतुहा में टाटा कमर्शियल गाड़ियों के सबसे बड़े शोरूम ‘बुद्धा शक्ति’ का उद्घाटन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया शुभारंभ FASTag Yogna: कार, जीप, वैन मालिकों के लिए बड़ी खबर....3000 रू का पास बनाएं और देशभर में करें यात्रा अब घरों में इन्वर्टर लगाने की नहीं पड़ेगी जरूरत: बिहार के 15 शहरों में लगने जा रही हाई-कैपेसिटी बैटरी इन्वर्टर, पावर कट होते ही 4 घंटे मिलेगी बिजली
08-Mar-2020 08:32 AM
MUMBAI : यस बैंक क्राइसिस के पीछे मास्टरमाइंड माने जा रहे उसके संस्थापक और बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने रातभर राणा कपूर से पूछताछ की और सुबह तकरीबन 4 बजे उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे प्रिवेंशन ऑफ मनी लेंडिंग एक्ट कोर्ट यानी पीएमएलए में पेश किया जाएगा।
शनिवार की दोपहर ही राणा कपूर को मुंबई के बलार्ड एस्टेट स्थिति ईडी कार्यालय लाया गया था। इसके पहले राणा के खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया जा चुका था। राणा कपूर पर आरोप है कि उन्होंने डीएचएलएफ कंपनी को लोन देने के बदले अपने परिवार को फायदा पहुंचाया। यस बैंक पर वित्तीय गड़बड़ी का आरोप लगा है। 2017 में यस बैंक में छह हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम को बैड लोन में डाल दिया था। राणा कपूर और उनके परिवार पर आरोप है कि उनकी पत्नी बिंदु तीन बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर से जुड़ी कंपनियों को अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा पहुंचाया गया।
प्रवर्तन निदेशालय राणा कपूर के ऊपर लगे इन्हीं आरोपों की जांच कर रहा है। ईडी ने राणा कपूर से रात भर पूछताछ की है। यस बैंक को वित्तीय संकट में देखते हुए आरबीआई ने खाताधारकों का पैसा डूबने से बचाने की पहल की है आरबीआई ने 2004 में शुरू हुए यस बैंक की आर्थिक स्थिति को देखते हुए कई सख्त कदम उठाए हैं।