Bihar Election 2025 : अल्लाबरू ने पूरी तरह से डुबो दी कांग्रेस की लुटिया ! 3 महीने सर्वे के बाद भी तेजस्वी से नहीं ले पाए मजबूत सीट; दो सीटिंग भी छोड़नी पड़ी Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया
31-May-2023 07:22 PM
By RITESH HUNNY
SAHARSA: बिहार की पीपुल्स फ्रेंडली पुलिस का कारनामा सहरसा में देखने को मिला है। सहरसा की पस्तपार शिविर पुलिस ने गश्ती के दौरान एक परिवार के साथ ना सिर्फ अभद्र व्यवहार किया है बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। पीड़ित परिवार ने वरीय पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित परिवार मधेपुरा जिले क्षेत्र के बिहारीगंज थाना अंतर्गत हथिऔंधा सिहुंरिया टोला निवासी विकास कुमार की पत्नी पुजा कुमारी है। उसने बताया कि 28 मई रविवार की देर रात चार पहिया वाहन से पति, देवर,ननद, सास और अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ सुपौल हॉस्पिटल से बीमार बच्चे को देखकर लौट रही थी। इसी बीच मधेपुरा-ग्वालपाड़ा मुख्य मार्ग स्थित जिरवा नहर पर पहले से खड़ी पस्तपार पुलिस शिविर गश्ती दल द्वारा गाड़ी रोककर रात्रि में तलाशी ली गयी।
जब कुछ नहीं मिला तो सीट बेल्ट नहीं बांधे जाने का बहाना बनाकर रुपये की मांग की गयी। यह आरोप पीड़िता ने पस्तपार पुलिस पर लगाया है। पीड़िता ने बताया कि पैसे मांगे जान के बाद उनके पति ने पुलिस से चालान दिये जाने की बात कही गई। इस बात पर गश्ती दल में पुलिस जवानों सहित पुलिस वाहन चालक आग-बबूला हो गए और कॉलर पकड़कर उन्हें गाड़ी से बाहर खींच लिया।
इसका विरोध करने पर सभी पुलिसकर्मियों द्वारा राइफल के बट से पूरे परिवार के सदस्यों की पिटाई कर दी। यहां तक कि हम महिलाओं को भी पुलिस के जवानों ने नहीं बख्शा। ऐसी घटना मानवाधिकार का सरासर उल्लंघन है। पीड़ित परिवार ने पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की।
वहीं मामला संज्ञान में आते ही पुलिस मामले की पड़ताल में फिलहाल जुट गई है। वहीं पुलिस शिविर प्रभारी ने अपने सिरे से मामले को खारिज करते हुए कहा कि वाहन जाँच के लिए रोका गया था जो पीड़ित पक्ष को नागवार गुजरा। पुलिस द्वारा मारपीट व बदसलूकी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।