Bihar News: अब पटना से बक्सर की यात्रा महज 1 घंटे में, टेंडर प्रक्रिया शुरू वक्फ कानून के खिलाफ रैली का PK ने किया समर्थन, कहा..अब मुसलमान नहीं देंगे राजद को वोट Bihar News: बिहार में चलती कार में अचानक लगी आग, बाल-बाल बचे गाड़ी पर सवार तीन लोग Bihar Politics: जिस तरह मछली के लिए पानी जरूरी, वैसे ही मुसलमानों के लिए वक्फ बोर्ड है महत्वपूर्ण: मुकेश सहनी Bihar Politics: जिस तरह मछली के लिए पानी जरूरी, वैसे ही मुसलमानों के लिए वक्फ बोर्ड है महत्वपूर्ण: मुकेश सहनी Patna Crime News: पटना में डायल 112 पुलिस टीम पर हमला, सिपाही को घसीट- घसीटकर पीटा; आरोपी अरेस्ट Patna Crime News: पटना में डायल 112 पुलिस टीम पर हमला, सिपाही को घसीट- घसीटकर पीटा; आरोपी अरेस्ट Bihar Crime News: बिहार में महापाप, भाई के साथ जा रही लड़की से बीच सड़क पर रेप; लोगों ने आरोपी शकील को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा Bihar Crime News: बिहार में महापाप, भाई के साथ जा रही लड़की से बीच सड़क पर रेप; लोगों ने आरोपी शकील को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा Bihar News: समीर महासेठ ने 'तेजस्वी' की पिटवा दी भद्द, चले थे वैश्य वोटरों के ठेकेदार बनने पर औंधे मुंह गिरे ! हॉल भरने को 40 मिनट तक इंतजार करते रहे नेता प्रतिपक्ष
21-Feb-2021 01:46 PM
PATNA : विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने भले ही पार्टी की कमान आरसीपी सिंह के हाथों में सौंप दी हो लेकिन आरसीपी सिंह अब नीतीश सरकार की खामियों को उजागर करने में जुट गए हैं. दरअसल जनता दल यूनाइटेड का प्रशिक्षण शिविर इन दिनों प्रदेश कार्यालय में आयोजित हो रहा है. पार्टी के तमाम पदाधिकारियों और नेताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह लगातार होमवर्क दे रहे हैं. इसी कड़ी में अब सरकार की खामियों की चर्चा करने का टास्क भी दिया गया है.
प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन आज प्रवक्ताओं के साथ महत्वपूर्ण क्षेत्र में चर्चा हो रही है. पार्टी के कई नेता एक-एक कर प्रवक्ताओं और अन्य पदाधिकारियों को मीडिया के जरिए अपनी बात रखने का हुनर सिखा रहे हैं. सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया तक के बीच कैसे सरकार के अच्छे कामकाज की चर्चा हो, कैसे नीतीश कुमार के नेतृत्व और बिहार के विकास की बात की जाए, इसके लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. लेकिन इस पूरे ट्रेनिंग के दौरान जो सबसे दिलचस्प बात निकल कर सामने आई है, वह यह है कि बिहार में सुशासन वाली सरकार के अंदर अगर जंगलराज नजर आए तो उसे भी जनता के बीच ले जाने का टास्क जेडीयू नेताओं और कार्यकर्ताओं को दिया गया है.
आरसीपी सिंह ने पार्टी की स्थिति सुधारने के लिए जो प्लान तैयार किया है, उसमें अपनी पार्टी की सरकार होने के बावजूद जंगलराज की चर्चा करना सबसे ऊपर है. दरअसल जेडीयू ने सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक के लिए जो प्लान तैयार किया है, उसमें यह रणनीति बनाई गई है कि अगर पार्टी में किसी जिले में बुरा प्रदर्शन किया है और वहां से विपक्षी दल के उम्मीदवार चुनाव जीत कर आए हैं. तो वह होने वाली अपराधिक और अन्य तरह की घटनाओं पर पैनी नजर रखनी है.
ऐसे जिलों में जहां जेडीयू के विधायक कब है और वहां अपराधिक घटनाएं होती हैं या विपक्षी दल के जनप्रतिनिधियों की तरफ से हुई थी ऐसी घटना को अंजाम दिया जाता है, जो सुशासन के मॉडल में फिट नहीं बैठता तो इसे सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में प्रचारित करने का टास्क दिया गया है. साथ ही साथ वोटरों को यह भी बताने की जिम्मेदारी जेडीयू नेताओं के ऊपर दी गई है कि नीतीश कुमार या उनकी पार्टी के अलावा अगर किसी अन्य दल के जनप्रतिनिधियों को जनता चुनती है तो हालात कैसे हो जाते हैं.
मीडिया मैनेजमेंट के लिए जनता दल यूनाइटेड ने हर जिले में प्रवक्ताओं की नियुक्ति की है. इन सभी प्रवक्ताओं को कल यानि सोमवार के दिन ट्रेनिंग दी जाएगी. प्रदेश प्रवक्ता समेत पार्टी के अन्य नेता इन्हें ट्रेनिंग देंगे सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ होने वाले किसी भी दुष्प्रचार को काउंटर करने के साथ-साथ सरकार की योजनाओं और नीतीश कुमार के नेतृत्व की चर्चा करना जिला प्रवक्ताओं और उनकी टीम की जिम्मेदारी होगी. साथ ही साथ सुशासन की सरकार के बावजूद अगर कहीं जंगलराज वाली तस्वीर दिखती है तो उसे कैसे लोगों तक पहुंचाना है और उसके जरिए वोटरों को कैसे उनके फैसले को गलत करार देना है. इसकी मुहिम जेडीयू अब शुरू करने वाली है.
दरअसल आरसीपी सिंह को यह लगता है कि नीतीश कुमार ने बीते विधानसभा चुनाव में जब से जंगलराज की चर्चा करनी शुरू की. तब से पार्टी का प्रदर्शन उन विधानसभा सीटों पर बेहतर होता गया, जहां आखिरी चरण में चुनाव था.
जनता दल यूनाइटेड को ऐसा लगता है कि उसकी स्थिति तभी मजबूत हो सकती है. जब विरोधियों की खराब छवि को वह जनता के बीच ले जाएं और इसीलिए अब आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी की सरकार होने के बावजूद राज्य में होने वाली अपराधिक घटनाओं को उन इलाकों में खूब प्रचारित प्रसारित करने की रणनीति बनाई है, जहां विरोधी दल के उम्मीदवार जीते हैं.