Bihar News: बिहार में इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के काम में आई तेजी, जारी हुआ DM का निर्देश voter list Bihar : बिहार विधान परिषद आठ क्षेत्रों की मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया समाप्त, अंतिम सूची 30 दिसंबर Bihar Jobs: बिहार में यहां रोजगार मेला का आयोजन, 12वीं पास हैं तो जरूर करें आवेदन Bihar Survey Ameen Training : बेरोजगार युवाओं के लिए जरूरी खबर, इस प्रशिक्षण के बाद मिल सकता है जॉब; युवाओं के लिए निबंधन शुरू Sarkari Naukri: खेल में है रूचि तो मिल रहा सरकारी नौकरी पाने का मौका, वेतन ₹1,42,000 तक Indigo Crisis : पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो संकट कब तक रहेगा जारी? निदेशक का बड़ा अपडेट, यात्रियों में हड़कंप School Timing Change : पटना में बढ़ती ठंड का असर: डीएम ने बदला स्कूलों का समय, 11 से 18 दिसंबर तक लागू रहेगा आदेश Bihar Coaching Policy : बिहार में नए साल से लागू होगी नई कोचिंग नीति, शिक्षा विभाग ने तेज की तैयारी; सरकारी टीचर कोचिंग में नहीं पढ़ाएंगे Bihar weather alert : बिहार में ठंड ने पकड़ी रफ्तार, घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित; मौसम विभाग ने जारी की शीतलहर चेतावनी Paper Leak Case: पटना से पकड़े गए परीक्षा माफिया संजय कुमार प्रभात पर शिकंजा, रिमांड पर लेगी EOU
29-Jan-2021 07:20 PM
By SANT SAROJ
SUPAUL: जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल अपने कारनामों को लेकर आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। बात चाहे मरीजों के प्रति लापरवाही की हो या फिर अस्पताल परिसर में दलाली की। इस तरह का मामला आए दिन सामने आता रहता है। इस बार स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर तैनात आशाकर्ता पर दलाली का आरोप लगा है। दरअसल प्रसव के लिए आईं पीड़िता को अस्पताल परिसर के बाहर से दवा लाकर देते आशा कार्यकर्ता को प्रभारी उपाधीक्षक ने रंगेहाथों पकड़ा।
रंगेहाथों पकड़ी गई आशा कार्यकर्ता
औरलाहा पंचायत के वार्ड संख्या 7 की आशा कार्यकर्ता कंचन कुमारी बिचौलिए के तौर पर काम करती पकड़ी गई। प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. वीरेंद्र दरवे ने आशा कार्यकर्ता को रंगेहाथों उस वक्त पकड़ा जब वह अस्पताल में भर्ती मरीज की दवा बाहर से लेकर लौंट रही थी। आश्चर्य की बात है कि बिना किसी चिकित्सक की अनुमति के ही वह बाहर से दवा लाकर मरीजों को देती थी। दवा लाने के दौरान जब उसे प्रभारी उपाधीक्षक ने रोका तो उसके होश ही उड़ गए।
करीब 1100 रूपये मूल्य की दवाइयां बरामद
आशा कार्यकर्ता के पास से कई दवाइयां बरामद की गई है जिसकी कीमत करीब 1100 रूपये बताई जा रही है। मरीजों को झांसे में रखकर ये दवाएं अस्पताल के बाहर से खरीदी गई थी। जिससे मोटी रकम कमीशन के रूप में आशाकर्ता को मिलती थी। जबकि प्रसव के उपरांत मरीजों को दी जाने वाली दवाइयां अस्पताल से मुफ्त दी जाती है। रंगेहाथों पकड़े जाने के बाद आशा कार्यकर्ता कंचन कुमारी मौके से भाग निकली।
आशा कार्यकर्ता पर कार्रवाई का निर्देश
प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. वीरेंद्र दरवे ने अस्पताल के बीसीएम को कंचन कुमारी पर कार्रवाई किए जाने की बात कही। डॉ. वीरेंद्र दरवे ने बताया कि ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी जो बिचौलिए की भूमिका में रहते हैं और मरीजों का शोषण करते हैं।