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31-Jul-2022 01:22 PM
PATNA : राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने प्रदेश महासचिव सुधीर ओझा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सुधीर ओझा को निष्कासित करने का फैसला पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज ने लिया है। दरअसल, सुधीर ओझा पेशे से अधिवक्ता है और मुजफ्फरपुर में अक्सर उनकी तरफ से कोर्ट में परिवाद दायर किया जाता है। इस वजह से सुधीर कुमार ओझा सुर्खियों में बने रहते हैं, लेकिन पिछले दिनों उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ऊपर मुकदमा किया था। इसके बाद पार्टी ने दल विरोधी गतिविधि बताते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष और सांसद प्रिंस राज ने प्रदेश महासचिव सुधीर कुमार ओझा को दल विरोधी कार्यों में लिप्त रहने के आरोप में पार्टी छह साल के लिए कर दिया है। सुधीर कुमार ओझा ने पिछले दिनों पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर मुजफ्फरपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया था।
बता दें कि बीते 29 जुलाई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत 50 अज्ञात के खिलाफ अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी-प्रथम पश्चिमी की कोर्ट में परिवाद दायर किया गया था। इस मामले की सुनवाई 6 अगस्त को होनी है। अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने बताया था कि परिवाद में संविधान का उल्लंघन करने व मौलिक अधिकार का हनन आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि देश की सार्वजनिक संस्थानों का निजीकरण कर समानता के अधिकार को छीना गया है। इससे देश में बेरोजगारी व अराजकता बढ़ी है।