ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar politics: देश की छवि खराब कर रही कांग्रेस –फायरब्रांड मंत्री गिरिराज सिंह का तीखा वार Bihar expressway: यहाँ जाने वालों के लिए बन रहा है फोरलेन एलिवेटेड रोड, अब सफर होगा आसान ! Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी Illegal Bangladeshi Immigrants: 18 लाख राशन कार्ड रद्द, सैकड़ों अवैध बांग्लादेशियों को भेजा गया वापस Asaduddin Owaisi: पाकिस्तान का समर्थन कर फुदक रहे तुर्की पर भड़के ओवैसी, याद दिलाई औकात.. Nepal Bangladesh Border: नेपाल-बांग्लादेश सीमा से सटे थाने बनेंगे हाईटेक, तस्करी और घुसपैठ पर लगेगी पूरी तरह रोक Jharkhand News: एनआईटी के होनहार छात्र ने मौत को लगाया गले, जानिए आखिर क्या था कारण?

राष्ट्रीय हथकरघा दिवस आज, CM नीतीश बुनकरों को देंगे बड़ी सौगात

राष्ट्रीय हथकरघा दिवस आज, CM नीतीश बुनकरों को देंगे बड़ी सौगात

07-Aug-2022 07:47 AM

PATNA : देश में आज यानि 7 अगस्त को पूरे राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुनकरों को बड़ी सौगात देंगे. उनके लिए कई योजनाओं की घोषणा करेंगे. उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हैंडलूम में रोजगार सृजन के बड़े लक्ष्यों के साथ 7 अगस्त को पूरे देश में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा है. 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के मौके पर बिहार में कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. साथ ही बिहार के बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं होंगी. मुख्यमंत्री बुनकरों से सीधा संवाद भी करेंगे. समारोह में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी शामिल होंगे. 


शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राष्ट्रीय हथकरघा दिवस बिहार में भी हैंडलूम में रोजगार सृजन के बड़े लक्ष्यों के निर्धारण के साथ इस प्रक्षेत्र से जुड़े बुनकरों और अन्य सभी लोगों की बेहतरी के मकसद से मनाया जा रहा है. हैंडलूम सेक्टर आजादी पूर्व से ही देश के ग्रामीण इलाकों और छोटे-छोटे शहरों में रोजगार के साधन उपलब्ध कराता रहा है. 


7 अगस्त 1905 को शुरू हुए स्वदेशी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने में देश के जिन पारंपरिक उद्योगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उनमें हैंडलूम और देश के बुनकरों का योगदान अप्रतिम रहा है. हैंडलूम सेक्टर में 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं, इसलिए ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के सशक्तीकरण के लिहाज से भी राज्य में हैंडलूम को प्रोत्साहित करना और सभी बुनकरों को मजबूती प्रदान करना जरूरी है.