Bihar Assembly Election : बिहार चुनाव: पहले चरण की 10 वीआईपी सीटों पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला, 16 मंत्रियों की साख दांव पर Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज
11-Oct-2023 05:19 PM
By First Bihar
DELHI: भारत निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव कर दिया है। राजस्थान में पहले 23 नवंबर को वोटिग की तिथि निर्धारित थी लेकिन चुनाव आयोग ने उसमें बदलाव करते हुए उसे 25 नवंबर कर दिया है।
दरअसल, 23 नवंबर को देव उठानी एकादशी है। ऐसे में उस दिन बड़ी संख्या में शादियां होती हैं। वोटिंग की तारीख बदलने के लिए अलग-अलग संगठनों द्वारा मांग की जा रही थी। मांगों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने तारीखों में बदलाव किया है। राजस्थान में अब 23 नवंबर की जगह 25 नवंबर को वोटिंग होगी जबकि 3 नवंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे।
बता दें कि बीते सोमवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान किया था। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के साथ राजस्थान के चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद राजस्थान में कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने वोटिंग की तारीख को लेकर चिंता जताई थी।
चुनाव आयोग ने कहा, ''मतदान की तारीख में बदलाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और मीडिया प्लेटफार्मों पर मांग उठ रही थी। उनका कहना था कि वोटिंग के दिन बड़े पैमाने पर शादी है। बड़ी संख्या में लोगों को असुविधा हो सकती है। लॉजिस्टिक प्रभावित हो सकते हैं। इससे मतदान के दौरान मतदाताओं की भागीदारी कम हो सकती है.''
