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11-May-2024 03:03 PM
MOTIHARI : लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के नेता लगातार एक्शन में है। इसे लेकर एक विजय संकल्प सम्मेलन का आयोजन मोतिहारी में किया गया। जिसमें दलित समाज के लोग और उनके नेता मौजूद रहे। इस दौरान पूर्वी चंपारण के एनडीए प्रत्याशी राधामोहन सिंह ने मंच से दलित समाज के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने खुद को पुजारी और नरेंद्र मोदी को मंदिर बताया। साथ ही लोगों से अपील की है कि मेरी गलती के कारण मोदी रूपी मंदिर को मत तोड़िएगा। बल्कि मोदी जी के हाथों को मजदूत बनाइएगा। जिससे वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन सके।
दरअसल, मोतिहारी के बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह जहां-जहां चुनाव प्रचार के लिए जाते हैं, वहां लोग उनका विरोध करने लगते हैं। लोग सांसद राधामोहन सिंह के कामकाज से नाराज हैं। लोगों का कहना है कि पांच साल में एक दिन भी उन्होंने दर्शन नहीं दिया। वह अब वोट के लिए मिलने आ रहे हैं। लोग राधामोहन से पिछले पांच साल का हिसाब मांग रहे हैं। जिसका जवाब उन्हें देते नहीं बन रहा है। मोतिहारी में आयोजित विजय संकल्प सम्मेलन में उन्होंने लोगों के समक्ष अपनी बातें रखी और नाराजगी दूर करने की कोशिश की।
राधामोहन सिंह ने कहा कि मंदिर में पूजारी का काम मंदिर की साफ-सफाई करना पूजा करना और लोगों को प्रसाद देना है। वैसे ही आपने हमे संसद में भेजा है। मोदी जी सामान्य आदमी नहीं हैं। पिछले दस साल में एक भी दिन बीमार नहीं पड़े। वह देव पुरुष हैं, गरीबों के देवता हैं। मोदी मंदिर हैं, आपने मुझे मोदी मंदिर का पुजारी नियुक्त किया है। मोदी मंदिर का पुजारी आपके सामने खड़ा है।
हम एक ही सवाल पूछेंगे कि क्या गांव के मंदिर का पुजारी आपके जाने पर कभी भीड़-भाड़ में ठीक से बात नहीं की, आपकी सेवा नहीं की और भीड़ में प्रसाद नहीं दिया होगा। तो क्या गांव में पुजारी गलती करता है तो आप मंदिर को तोड़ देते हैं। नहीं तोड़ते हैं न! मोदी मंदिर का पुजारी मुझे नियुक्त किया है, हमसे भी गलती हुई होगी। मेरी गलती के कारण मोदी मंदिर को मत तोड़िएगा। यह विनती हम आप सभी से कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के नेता लगातार एक्शन मोड में हैं। इसी को लेकर विजय संकल्प सम्मेलन का आयोजन मोतिहारी में किया गया था। जिसमें पूर्वी चंपारण से एनडीए प्रत्याशी राधामोहन सिंह और गया से एनडीए प्रत्याशी व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं दलितों के बड़े नेता जीतराम मांझी भी मौजूद थे। एनडीए घटक दल के तमाम दलित समाज के नेताओं को मुख्य मंच पर जगह दी गई थी।
जीतनराम मांझी ने पीएम मोदी की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े और दलित समाज के लोगों को एनडीए गठबंधन को वोट देने की अपील की। वहीं, एनडीए गठबन्धन के प्रत्याशी राधा मोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी को देवदूत की संज्ञा देते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी पिछले 10 सालों में एक दिन भी उन्होंने छुट्टी नहीं ली है और जनता के काम में हमेशा लगे रहते हैं। हम सभी मोदी मंदिर के पुजारी हैं और हमसे अगर किसी तरह की गलती हो गई हो तो तमाम लोग हमारी गलती को भुलकर नरेंद्र मोदी को फिर से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए एनडीए गठबंधन को ही वोट दें।
मोतिहारी से सोहराब आलम की रिपोर्ट