ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव की तबीयत बिगड़ी, गंभीर हालत में पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती

पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव की तबीयत बिगड़ी, गंभीर हालत में पटना के मेदांता अस्पताल में भर्ती

05-Aug-2023 09:10 AM

SIWAN: बिहार के सियासी गलियारे से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। सीवान से बीजेपी के पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव की तबीयत बिगड़ गई है। गंभीर हालत में उन्हें सीवान सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया है। ओमप्रकाश यादव बीजेपी के वही पूर्व सांसद हैं, जिन्होंने कभी शहाबुद्दीन से लोहा लिया था।


बताया जा रहा है कि दिल्ली से लौटने के बाद ओमप्रकाश यादव तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें सीवान के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सदर अस्पताल में उनकी सेहत में सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर किया है। कहा जा रहा है कि पूर्व सांसद की हालत गंभीर बनी हुई है। पटना के मेदांता अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।


ओमप्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन के खिलाफ संघर्ष कर एक खास पहचान बनाई है। सीवान से वे लगातार दो बार ( 2009, 2014 ) सांसद रहे। बीजेपी के टिकट पर उन्होंने जंगलराज के प्रतीक मो. शहाबुद्दीन के खिलाफ चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाई। इसके साथ ही सीवान से शहाबुद्दीन के आतंक को भी खत्म करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। चर्चित तेजाब कांड में चंदा बाबू के बेटों की हत्या हो या फिर पत्रकार राजदेव रंजन का मर्डर, हर मामले में ओमप्रकाश यादव ने खुलकर शहाबुद्दीन का विरोध किया था। यही वजह है कि उन्हें शहाबुद्दीन के सबसे बड़े विरोधी के तौर पर जाना जाता है।


लगातार दो बार से बीजेपी के सांसद रहे ओमप्रकाश यादव को 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट नहीं मिला था। इस चुनाव में सीवान लोकसभा सीट एनडीए गठबंधन के जेडीयू के खाते में चली गई थी। ऐसे में सीवान से जेडीयू की कविता सिंह ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद भी तब के सांसद ओमप्रकाश यादव ने बीजेपी के साथ अपनी निष्ठा दिखाई और एनडीए गठबंधन की प्रत्याशी कविता सिंह का समर्थन किया था। फिलहाल जेडीयू से कविता सिंह सीवान की सांसद हैं।