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26-Feb-2021 02:11 PM
PATNA : भू-सम्प्दा विनियामक प्राधिकरण ने गुरूवार को पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को नोटिस भेजा है. पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से निजी अख़बारों में 'गोवासिटी' नामक प्रोजेक्ट के विज्ञापन को भ्रामक बताते हुए रेरा ने कंपनी को यह नोटिस भेजा है. रेरा का साफ़ तौर पर यह कहना है कि जिस परियोजना का पंजीकरण ही नहीं हुआ है, उसका विज्ञापन नहीं दिया जा सकता है जबकि पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने ऐसा किया है. विज्ञापन में बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी और राज्य के तीन मंत्री, स्थानीय विधायक और सांसद समेत तमाम बड़े नेताओं की चर्चा की गई है.
पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को नोटिस भेजने को लेकर रेरा ने कहा कि स्वप्रेरित नोटिस देने का मकसद लोगों के हितों की रक्षा करना और उनको ठगी से बचाना है, जिस परियोजना का पंजीकरण ही नहीं हुआ है, उसका विज्ञापन नहीं दिया जा सकता है. कंस्ट्रक्शन कंपनी ने विज्ञापन में प्रोजेक्ट को रेरा से अनुमति प्राप्त होने का दावा किया था, जिसे रेरा ने खारिज कर दिया. लोगों को भ्रमित करने वाले इस विज्ञापन को लेकर रेरा ने पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा और प्रोजेक्ट के अंतर्गत पड़ने वाले रूपसपुर थाने के प्रभारी को भी इसकी सूचना भेज दी है, ताकि लोगों को ठगी से बचाया जा सके. ताकि लोगों के करोड़ों रुपये बच जाये.
रेरा के सदस्य आरबी सिन्हा ने कहा कि रेरा में किसी कंपनी को मान्यता देने का प्रावधान नहीं है. प्राधिकरण ऐसी परियोजनाओं का पंजीकरण करता है, जो सभी मापदंडों पर खरा हो, जहां तक गोवा सिटी परियोजना का प्रश्न है, तो प्राधिकरण ने इसका पंजीकरण आज तक नहीं किया है. ऐसा प्रतीत होता है कि लोगों को ठगने के लिए परियोजना के विज्ञापन में आवेदन संख्या डाल दिया गया है. रेरा में सिर्फ आवेदन करने से पंजीकरण नहीं होता, उसकी बाकायदा पूरी जांच की जाती है.
गौरतलब को कि पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से 25 फरवरी को बिहार के एक बड़े अख़बार में पहले पन्ने पर विज्ञापन को प्रकाशित कराया गया था, जिसमें राजधानी पटना के सगुना मोड़ पर किसी 'गोवासिटी' प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया था. इस विज्ञापन में 27 फरवरी को भूमि पूजन का जिक्र किया गया था. साथ ही बुकिंग कराने वाले को सोने का सिक्का उपहार में देने का लालच दिया गया था.
इस विज्ञापन में बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, पथनिर्माण मंत्री नितिन नवीन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित सिंह, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, पाटलिपुत्र सीट से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव, दानापुर से आरजेडी विधायक रीतलाल यादव आदि का नाम दिया गया था. पुलिस को आशंका है कि लोगों के बीच अपने प्रोजेक्ट की पैठ बनाने के लिए कंपनी ने मंत्रियों और नेताओं के नाम का चालाकी से इस्तेमाल किया है. इस मामले में भी कंपनी पर कार्रवाई की जा सकती है.

रेरा की ओर से नोटिस भेजे जाने के बाद पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन ने कहा कि आपसी विवाद का नतीजा है कि इस कंपनी के ऊपर रेरा को आंख तरेरनी पड़ी है. कंपनी के निदेशक संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि जो विज्ञापन अखबार में दिया गया है, इसका मकसद किसी के साथ घपला करना नहीं है. अगर रेरा की और से पल्लवी राज कंस्ट्रक्शन कंपनी को नोटिस मिला है तो उस संदर्भ में साक्ष्य प्रस्तुत कर अपनी बातों को रखा जाएगा.