vikramshila setu : ओवरटेकिंग पर अब कड़ी सख्ती, नियम तोड़ा तो लगेगा 10 हजार का जुर्माना; लाइसेंस भी होगा रद्द Bihar News: बिहार के इन जिलों में ग्रीनफील्ड सिटी का निर्माण जल्द, राज्य को औद्योगिक हब बनाने की तैयारी Bihar sand mining : अवैध बालू खनन पर विजय कुमार सिंह का बड़ा एक्शन, DM-SP के साथ MI की रेड के बाद लखीसराय में बीच सड़क पर बालू गिराकर माफिया फरार Patna Metro : पटना मेट्रो पीएमसीएच स्टेशन तक दूसरी टनल का निर्माण पूरा, भूमिगत कॉरिडोर को मिलेगी गति Patna Station Road : पटना स्टेशन रोड पर अब नहीं नजर आएंगे फुटपाथी दुकान और ठेलें, दुकानदारों को इस जगह किया गया शिफ्ट Fake RAW officer : फर्जी रॉ अधिकारी ने महिला जज समेत चार महिलाओं से की करोड़ों की ठगी, एसटीएफ ने किया गिरफ्तार Patna Zoo : पटना चिड़ियाघर के टिकट हुए महंगे, एंट्री फीस में 3 गुना वृद्धि; जानें नया रेट और सुविधाएं Bihar News: बिहार के इस शहर में AQI 500 से ऊपर, विशेषज्ञों ने बचाव के लिए जारी किए सुझाव Anna Hazare : अन्ना हजारे का बड़ा ऐलान, सरकार के खिलाफ 30 जनवरी से करेंगे आमरण अनशन, जानिए क्या है पूरी खबर Pilot Course: पायलट बनने के लिए 12वीं के बाद करें यह काम, नौकरी लगते ही लाखों में सैलरी
28-Dec-2022 11:05 AM
PATNA : बिहार में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वे अलग-अलग तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इस बार पटना हाईकोर्ट के एक वकील के साथ धोखाधड़ी हुआ है। हैरानी की बात तो ये है कि इस मामले में पुलिस की भी मिलीभगत बताई जा रही है। वकील का आरोप एक बिल्डर ऋषभ सिन्हा पर है, जिसने चाइल्ड होम्स बनाकर कई लोगों के साथ जमीन और फ्लैट देने के नाम पर फ्रॉड किया है। मामला पटना के दानापुर का है।
हाईकोर्ट के वकील एसके मिश्रा ने बताया है कि इस मामले में कोर्ट ने कुर्की जब्ती के साथ-साथ गिरफ्तारी का भी आदेश दिया है लेकिन अभी तक दानापुर पुलिस ने आरोपी पर कोई एक्शन नहीं लिया है। उन्होंने कहा है कि ऋषभ सिन्हा और सुमिरन कुमारी प्लॉट बेचने के नाम पर लोगों को अपने ठगी का शिकार बनाते हैं। गिरफ़्तारी वारंट के बावजूद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। अब वे ऋषभ सिन्हा और सुमिरन कुमारी को गिरफ्इतार करने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि इस मामले में जो पुलिस वाले मिले हुए हैं उनके खिलाफ भी कारवाई की जाए।
एसके मिश्रा ने कहा कि 'यूथ हूं' प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी थी जिसे कुछ दिन पहले ही सीज किया गया है। ये वही कंपनी है जिसका संचालन ऋषभ सिन्हा करते थे। हैरत की बात है कि पुलिस भी इस धोखाधड़ी में बिल्डर की मदद कर रही है।