ब्रेकिंग न्यूज़

Mahila Rojgar Yojana: महिला रोजगार योजना: शहरी महिलाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू, जानें नियम और लाभ Bihar Crime News: बिहार में जमीन विवाद बना खूनी संघर्ष, खेत के पास युवक को गोलियों से भूना Bihar News: सीतिश हत्याकांड पर आक्रोश, शव बरामद नहीं होने से लोगों में नाराजगी; पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar News: पटना में पुलिस दारोगा का कारनामा, चेकिंग के दौरान बरामद 20 लाख रुपए गायब कर दिए Bihar Teacher News: छह लाख शिक्षकों की वरीयता पर बड़ा फैसला, शिक्षा विभाग ने गठित की समिति अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास Bihar Crime News: हत्या या आत्महत्या? बिहार में ससुराल आए युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने जताई यह आशंका

पति का कर्ज चुकाने विधवा पहुंची लोक अदालत, जिला जज ने पेश की मानवता की मिसाल

पति का कर्ज चुकाने विधवा पहुंची लोक अदालत, जिला जज ने पेश की मानवता की मिसाल

09-Sep-2023 07:42 PM

By HARERAM DAS

BEGUSARAI: बेगूसराय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में एक विधवा रंजू देवी पति कमलेश्वरी पासवान का कर्ज चुकाने पहुंची थी। जहां जिला जज ने मानवता की मिसाल पेश की। जिसके बाद एक गरीब लाचार विधवा महिला को राष्ट्रीय लोक अदालत से न्याय मिला।


बता दें कि रंजू देवी के पति कमलेश्वरी पासवान ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 50 हजार का कर्ज लिया था। लेकिन कर्ज लेने के कुछ दिन बाद उनकी मौत हो गई। कमलेश्वरी पासवान के निधन के बाद सेंट्रल बैंक की तरफ से रंजू देवी के पति के नाम से 75 हजार का नोटिस भेजा गया। साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में रंजू देवी को आने को कहा गया। 


लोक अदालत में बैंक कर्मी और रंजू देवी के बीच कर्ज को लेकर कोई बात नहीं बन रहे थी। जहां बैंक कर्मी पूरा पैसा लेने पर अड़े थे वही रंजू देवी अपनी पारिवारिक स्थिति और आर्थिक हालात का हवाला देते हुए कर्ज माफ करने की अपील कर रही थी। इसी बीच जिला जज अजय कुमार श्रीवास्तव लोक अदालत के विभिन्न पीठों का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान उनकी नजर रंजू देवी पर गई। 


उन्होंने रंजू देवी को बैंक कर्मियों के सामने गिरगिराते हुए देखा। यह देख जिला जज ने बैंक कर्मियों को बुलाया और समझा-बूझाकर लोन की रकम 20 हजार कराया। जिसके बाद रंजू देवी को 20 हजार रूपया बैंक में जमा करने के लिए 3 महीने का समय दिया। इस तरह जिला जज ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक गरीब और लाचार विधवा महिला को राष्ट्रीय लोक अदालत से न्याय दिलाई।