सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
13-Apr-2022 07:52 AM
PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से जिन 24 सीटों के लिए बिहार विधान परिषद के चुनाव हुए उनके नतीजे सामने आ चुके हैं. नवनिर्वाचित विधान पार्षदों ने सदस्यता की शपथ भी ले ली है लेकिन इस चुनाव में कई सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की हार भितरघात की वजह से हुई. इसमें सबसे खास सीट बेगूसराय और खगड़िया की है. इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार पूर्व एमएलसी रजनीश कुमार उम्मीदवार थे लेकिन चुनाव में हार गए. रजनीश कुमार की हार के बाद ही यह चर्चा शुरू हो गई थी कि उन्हें सामने वाले उम्मीदवार से ज्यादा अपनों ने हरवा दिया. भितरघात बेगूसराय सीट पर एक बड़ा फैक्टर उभर कर आया और अब यही वजह है कि रजनीश कुमार ने हार के बाद पहली दफे गठबंधन पर सवाल खड़े किए हैं.
बीजेपी के पूर्व एमएलसी और राष्ट्रीय महामंत्री रहे रजनीश कुमार ने कहा है कि गठबंधन की राजनीति का अब बिहार में कोई मतलब नहीं रह गया है. कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत पर नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगाए गए. क्या यही एनडीए गठबंधन है. बिहार बीजेपी को उत्तर प्रदेश की तरह खुद अपने ऊपर विश्वास करके आगे बढ़ना होगा. बिहार की राजनीति में अब इसका वक्त आ गया है. रजनीश ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए राय साझा की है. उन्होंने जेडीयू से गठबंधन धर्म नहीं निभाई जाने का आरोप लगाया है.
आपको बता दें कि उनके खिलाफ चुनाव में जीत हासिल करने वाले राजीव सिंह भले ही कांग्रेस के उम्मीदवार थे लेकिन नीतीश कुमार के नाम पर राजीव सिंह के भाई जेडीयू विधायक संजीव सिंह ने लगातार अभियान चलाया. पूर्व मंत्री आर्यन सिंह के बेटे राजीव सिंह की जीत के बाद वहां नीतीश कुमार जिंदाबाद के नारे लगे. हालांकि बेगूसराय सीट पर बीजेपी के विधायकों और नेताओं ने भी रजनीश कुमार के साथ भितरघात किया लेकिन अब रजनीश कुमार के निशाने पर जेडीयू है.
गठबंधन की राजनीति को लेकर रजनीश कुमार ने जो राय रखी है उस पर फर्स्ट बिहार ने उनसे बातचीत की. रजनीश कुमार ने कहा कि जेडीयू के विधायक और तमाम नेता बेगूसराय और खगड़िया में उन्हें हरवाने के लिए काम कर रहे थे. जेडीयू के बड़े नेताओं ने भी इसमें उनका समर्थन किया. यह कैसे संभव हो सकता है कि नीतीश कुमार को इस बात की जानकारी नहीं हो की उनके विधायक एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ काम कर रहे हैं.
रजनीश कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व है. अमित शाह से लेकर जेपी नड्डा जैसे राष्ट्रीय नेता है लेकिन इस सब के बावजूद हम बिहार में उस गठबंधन के साथ चल रहे हैं जिसमें इमानदारी नहीं है. रजनीश कुमार ने कहा कि अब वक्त आ चुका है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी भारतीय जनता पार्टी अपने बूते आगे बढ़े.
जाहिर है पूर्व बीजेपी एमएलसी के इस बयान के बाद अब हार और जीत को लेकर एक दूसरे के ऊपर एनडीए में ठीकरा फोड़ने का दौर शुरू होगा. बीजेपी उम्मीदवार ने हार के लिए जेडीयू को जिम्मेदार ठहराया है और अब जेडीयू की तरफ से प्रतिक्रिया आने का इंतजार है.