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23-Apr-2021 08:40 AM
PATNA : राजधानी पटना के एकमात्र कोविड हॉस्पिटल एनएमसीएच में स्वास्थ्य सेवाएं कल देर शाम से बाधित हैं. जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. मरीजों के परिजनों के गुस्से का शिकार होने के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर नहीं लौटे हैं. अब सुबह 11 बजे सरकार के साथ उनकी बातचीत होनी है जिसके बाद काम पर वापस लौटने को लेकर जूनियर डॉक्टर फैसला करेंगे.
जूनियर डॉक्टर लगातार सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. एनएमसीएच में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने कार्य का बहिष्कार किया है. जूनियर डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बीती रात ही पहल की थी और एसएसपी को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराने के लिए निर्देश दिया है लेकिन जूनियर डॉक्टर तब तक काम पर वापस नहीं लौटना चाहते जब तक एनएमसीएच में पुलिस बल की तैनाती नहीं हो जाती.
आपको बता दें कि गुरूवार को एनएमसीएच को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाए जाने के बाद पहली बार एक दिन में डेढ़ दर्जन से अधिक कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई. देर शाम एनएमसीएच में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद डॉक्टर और परिजनों के बीच हाथापाई हुई, जिसके बाद बवाल इतना ज्यादा बढ़ गया कि डॉक्टरों ने काम ठप कर दिया. जिसके बाद अब मरीजों के इलाज में काफी परेशानी हो रही है.