ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

नदी के कटाव ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, दो दर्जन से ज्यादा घर गंडक में हुए विलीन

नदी के कटाव ने बढ़ाई लोगों की परेशानी, दो दर्जन से ज्यादा घर गंडक में हुए विलीन

27-Jul-2021 09:09 PM

By MIRAJ AHMAD

GOPALGANJ: गोपालगंज में गंडक नदी में आई बाढ़ से 42 गांव प्रभावित है। अब गंडक का जलस्तर लगातार कम हो रहा है लेकिन लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। गंडक का पानी कम होने से गांव में कटाव तेजी से हो रहा है। जिससे मांझागढ़ प्रखंड के निमुइया पंचायत के माया तिवारी टोला गांव के दो दर्जन से ज्यादा घर गंडक में विलीन हो गए हैं। 

 


यह मांझागढ़ प्रखंड का निमुइया पंचायत है। इस पंचायत के माया तिवारी टोला गांव मे आप देखेंगे कि गंडक से इस गांव में लगातार कटाव हो रहा है। कटाव से कई एकड़ खेत गंडक में विलीन हो गए है। जबकि इस गांव के दो दर्जन से ज्यादा घर कटकर नदी में समा गए। करीब 200 घरों की आबादी वाले इस गांव में अब हर तरफ विरानगी और बेबसी का आलम है। कभी खुशहाल रहने वाला यह पंचायत अब गंडक में विलीन होने के कगार पर है। 



यहां कटाव की वजह से लोग अपने पुरखों के बनाये घर को तोड़ रहे हैं। उसमें से ईंट और अन्य जरूरी सामान को निकालकर तटबन्धों पर भेज रहे हैं। निमुइया पंचायत के किसान बीरेंद्र यादव के मुताबिक उनके गांव में पहले खुशहाली थी। लेकिन इस साल गंडक से आई इस बाढ़ ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया है।



अब गंडक का जलस्तर जरूर कम हुआ है लेकिन गांव में कटाव तेज हो रहा है। कटाव रोकने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा कोई कारगर कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। जिसकी वजह से लोग अपने-अपने  घरों को तोड़ने के लिए मजबूर हैं। घर में लगे दरवाजे, खिड़कियां सब कुछ निकाल रहे हैं। ताकि इन समान को दोबारा उपयोग में लाया जा सके।



जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता कन्हैया लाल सिंह ने बताया कि कटाव की जानकारी मिलते ही वे निरीक्षण करने वहां पहुंचे जहां पर लगातार कटाव जारी है। जल्द ही कटाव निरोधी कार्य शुरू किए जाएंगे। बहरहाल कटाव से जहां गोपालगंज के दर्जनों घर और गांव गंडक में पहले ही समा चुके हैं। अब निमुइया पंचायत का मायाजी टोला गांव भी गंडक नदी में विलीन होने के कगार पर है। अब लोगों को इंतजार है सरकार के राहत का ताकि उनके जख्मों पर कुछ हद तक मरहम लग सके।