पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
12-Mar-2023 08:05 PM
By First Bihar
MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में स्किन कालाजार वाले 4 मरीजों की गयी आंखों की रोशनी चली गयी थी। मामले के करीब एक साल बाद स्वास्थ्य विभाग की निंद खुली है। अब इस मामले की जांच शुरू की गयी है। करीब एक साल बाद जांच शुरू होने से मरीजों को न्याय मिलने की आस जगी है।
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किये जाने का निर्देश सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा ने दी है। सिविल सर्जन ने भी माना है कि गलत दवा दिये जाने कारण ऐसा हुआ है। सिविल सर्जन ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बिहार के मुजफ्फरपुर में स्किन के कालाजार वाले मरीजों की आंखों की रोशनी खत्म होने के मामले की जांच अब शुरू की गयी है। बता दें कि मुजफ्फरपुर के साहेबगंज, मड़वन और सकरा के चार मरीजों को स्किन का कालाजार होने पर दवा खिलायी जा रही थी। जिसके साइड इफेक्ट से इन मरीजों की आंख खराब होने की पुष्टि हुई है। साथ ही इन मरीजों को कई अन्य परेशानियां भी होने लगी हैं। जिसे लेकर सिविल सर्जन ने कालाजार की दी जा रही दवा में परिवर्तन करने का भी आदेश दिया है।
जिले में फिलहाल स्किन के कालाजार के 39 एक्टिव मरीज हैं। सभी पर नजर रखी जा रही है। सिविल सर्जन डॉक्टर यूसी शर्मा ने बताया कि स्किन के कालाजार से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन मरीजों को जो दवा खिलायी जा रही है। मरीज के आंखों की जांच के बाद ही दवा को खिलाने का निर्णय लिया गया है। यदि आंख में परेशानी पायी जायेगी, तो सामान्य कालाजार मरीज से अलग दवा और उसका डोज दिया जायेगा वहीं दूसरे किसी मरीज के दवा खाने से उनकी आंख खराब नहीं हो, इसके लिए हर 15 दिन पर मॉनीटरिंग की जायेगी। आशा कार्यकर्ता ऐसे मरीजों पर नजर रखेगी। दवा खाने के 15 दिन बाद आंख की जांच में खराबी यदि बढ़ती है तो सदर अस्पताल लाकर इलाज कराया जायेगा।