ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: बिजली चोरी का विरोध करना छोटे भाई को पड़ा महंगा, बड़े भाई ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, मायके गई हुई थी पत्नी गिरिडीह में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन, 400 से अधिक लोगों का इलाज 23 दिसंबर को पटना में नितिन नवीन का रोड शो, घर से बाहर निकलने से पहले जान लीजिए रूट चार्ट VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार गोल प्रतिभा खोज परीक्षा 2025: छात्रों की प्रतिभा को पहचानने और मार्गदर्शन देने का भरोसेमंद मंच बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के गृह जिले का हाल देखिये, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज, वीडियो हो गया वायरल नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़, धंधेबाज भी गिरफ्तार

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत बढ़ी, हाईकोर्ट ने दिया CBI जांच का आदेश

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत बढ़ी, हाईकोर्ट ने दिया CBI जांच का आदेश

05-Apr-2021 11:39 AM

 DESK : महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुसीबत बढ़ गई है. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की याचिका पर मुंबई हाई कोर्ट ने आज इस पूरे मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. हाईकोर्ट ने कहा है कि परमवीर सिंह पर लगे सभी आरोप गंभीर हैं. परमवीर सिंह ने मुंबई हाईकोर्ट में एक पीआईएल फाइल की थी, जिसमें महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए थे. इन आरोपों की सीबीआई जांच की मांग भी कोर्ट से की गई थी. इस याचिका पर सुनवाई के बाद मुंबई हाई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है.

हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि सीबीआई 15 दिनों के अंदर अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंपे.  कोर्ट ने कहा कि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर जो आरोप लगे हैं वह बेहद गंभीर हैं. हाईकोर्ट ने कहा है कि अनिल देशमुख महाराष्ट्र के गृह मंत्री हैं इस वजह से इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

हाईकोर्ट में एडवोकेट घनश्याम उपाध्याय की तरफ से एक याचिका फाइल की गई थी, इससे याचिका में सचिन वाजे, एसीपी संजय पाटिल, डीसीपी राजू भुजबल परमवीर सिंह और अनिल देशमुख के खिलाफ वसूली के आरोपों को लेकर सीबीआई ईडी और एनआईए से जांच कराने की मांग की गई थी. साथ ही साथ यह कहा गया था कि वसूली के खेल में शामिल लोगों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए. परमवीर सिंह ने खुद को मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा था इस पत्र में दावा किया गया था कि अनिल देशमुख पुलिस को हर महीने एक सौ करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट दिया था.