वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
20-Dec-2024 12:44 AM
By First Bihar
वास्तु शास्त्र, हिंदू धर्म का एक प्राचीन और महत्वपूर्ण विज्ञान है, जिसे ब्रह्मा जी द्वारा रचित माना जाता है। इसके अनुसार, घर और कार्यस्थल की संरचना और दिशा का जीवन पर गहरा असर पड़ता है। यदि आप वास्तु के कुछ सरल नियमों का पालन करें, तो आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं और आप शांति और समृद्धि का अनुभव कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र में दिशाओं का महत्व
वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का विशेष महत्व है। विशेष रूप से उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना गया है। इस दिशा में हमेशा साफ-सफाई बनाए रखनी चाहिए। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।
नेगेटिव एनर्जी से छुटकारा पाएं
घर में नकारात्मक ऊर्जा का फैलना कई समस्याओं का कारण बन सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस नकारात्मकता से छुटकारा पाने के लिए एक सरल उपाय है—पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर उसे घर के फर्श पर पोछा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है। इस उपाय को नियमित रूप से अपनाने से घर में सुख और शांति बनी रहती है।
मेन गेट और उसके महत्व
वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार का विशेष महत्व है क्योंकि यहीं से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। अपने मुख्य द्वार पर नेम प्लेट और विंड चाइम (ध्वनि उत्पन्न करने वाली घण्टी) लगाना शुभ माना जाता है। साथ ही, मेन गेट के पास तुलसी या मनी प्लांट जैसे पौधे रखना भी शुभ होता है, जो घर में समृद्धि और सकारात्मकता लाते हैं। ध्यान रखें कि मुख्य द्वार हमेशा साफ-सुथरा और खुले रूप में रखा जाए, ताकि ऊर्जा का प्रवाह निर्बाध रहे।
वास्तु के अनुसार अनदेखी से बचें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पानी का रिसाव या टपकना नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और यह आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। इस प्रकार की समस्याओं को जल्द से जल्द ठीक करवा लेना चाहिए। इसके अलावा, वास्तु में यह भी कहा गया है कि कांटेदार पौधों को घर में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा बढ़ाते हैं।
वास्तु शास्त्र के सरल उपायों का पालन करके आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा सकते हैं, जिससे जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति बनी रहती है। अपने घर और कार्यक्षेत्र को वास्तु के अनुसार व्यवस्थित करना न केवल आपकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाएगा, बल्कि इससे आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।