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27-Oct-2023 09:02 AM
By RANJAN
SASARAM : दुर्गा एक काल्पनिक कहानी है। वो उस कहानी का महज एक पात्र है। मैं मान लेता यदि दुर्गा जी या हमारे देश में मनुबादी के अनुसार 33 करोड़ देवी देवता हैं। लेकिन, जब भारत गुलाम हुआ उस समय भारतीय की संख्या 30 करोड़ था और देवी - देवता की संख्या 33 करोड़। तो मैं उनलोगों से पूछना चाहता हूं जिसने यह लिखा कि महिषासुर के करोड़ - करोड़ सेना से दुर्गा ने लडाई लड़ा और महिषासुर का संहार किया तो मुट्ठी भर अंग्रेज जो भारत को गुलाम बनाए हुए थे तो उस समय मां दुर्गा क्या कर रही थी ? यह वातें लालू - तेजस्वी के काफी करीब कहे जाने वाले पार्टी के विधायक फ़तेह बहादुर सिंह ने कही है।
दरअसल, डेहरी के राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने देवी दुर्गा को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है तथा उन्हें काल्पनिक बताते हुए कहा है कि- देवी दुर्गा का कहीं कोई अस्तित्व नहीं है। यह मनगढ़ंत कहानी है। उन्होंने खुद को महिषासुर का वंशज बताया तथा कहा कि- महिषासुर उनके पूर्वज थे। मां दुर्गा का कहानी मनगढ़ंत है इसमें कोई सच नहीं है।
विधायक इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अगर देवी दुर्गा का अस्तित्व था तो ब्रिटिश हुकूमत के समय उन्होंने क्यों नहीं आकर भारत को बचा लिया। अगर वह तीनों लोक की देवी थी तो क्या भारत में उस तीनों लोक में नहीं है। उन्होंने दुर्गा पूजा जैसे आयोजन को फिजूल खर्ची बताया। उन्होंने यह भी कहा कि- बाल्मीकि रामायण के अनुसार गौतम बुद्ध पहले आए तथा राम बाद में आए। उन्होंने देवी दुर्गा तथा भगवान शिव के संबंध पर भी आपत्ति दर्ज किया।
मालूम हो कि, इससे पहले भी डिहरी के राजद विधायक फ़तेह बहादुर सिंह ने ब्राह्मणों पर भी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मणों में न्यायिक चरित्र नहीं है। आरजेडी विधायक ने कहा कि अंग्रेजों ने भी कानून बना कर ब्राह्मणों को जज बनाने से इंकार किया था। उन्होंने कहा कि मनुवाद के अनुसार कुकर्मी ब्राह्मणों को भी दंडित किया जाना है।
उधर, फतेह बहादुर सिंह के इन विवादित बोल को लेकर जिले के डेहरी में विभिन्न हिन्दू संगठनों ने राजद विधायक का पुतला दहन किया। इस दौरान काफी संख्या में हनुमान मंदिर से भाजपा, बजरंग दल और करणी सेना के कार्यकर्ता विधायक के खिलाफ एकजुट हुए। हिंदू संगठनों ने डेहरी विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और थाने चौक पर उनका पुतला दहन किया। वहीं इस मामले पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया कि राजद विधायक ने जिस तरह से हिंदुओं के देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी की है, वह बर्दाश्त से बाहर है। वे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे नहीं तो आंदोलन करने को मजबूर होंगे।