Bihar Politics : हवाई टिकट के फेरा में विधायकी गवांने वाले 'सहनी' का RJD से इस्तीफा....अब BJP का दामन थामने जा रहे Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी JNVST 2026 कक्षा 9वीं और 11वीं प्रवेश: आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब इस डेट तक करें रजिस्ट्रेशन; जानिए क्या है एग्जाम पैटर्न Rishabh Tandon Death: बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक दुखद खबर, दिल का दौरा पड़ने से सिंगर-एक्टर ऋषभ टंडन का निधन Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर की पार्टी के उम्मीदवार के काफिले पर पथराव, स्कॉर्पियो का शीशा टूटा; साजिश के आरोप Bihar Assembly Election : महागठबंधन की फ्रेंडली फाइट वाली सीटों का क्या होगा? लालू से मिलने के बाद बोले गहलोत - 5-10 सीटों पर कोई बड़ी बात नहीं Bihar Election : वोटिंग से पहले ही महागठबंधन का एक और विकेट गिरा, इस विधानसभा सीट के प्रत्याशी का नामांकन रद्द; अब छोटी पार्टी से होगा NDA का टक्कर PM Modi Bihar Visit: कर्पूरीग्राम से पीएम मोदी करेंगे बिहार में चुनावी शंखनाद, प्रधानमंत्री की जनसभा को लेकर NDA ने झोंकी ताकत
09-Dec-2020 05:36 PM
PATNA : नए कृषि कानून को लेकर केंद्र और किसान संगठनों के बीच वार्ता टूटने को जनता दल यूनाइटेड ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि केंद्र और किसान संगठनों के बीच बातचीत बेनतीजा खत्म होना, बेहद दुखद पहलू है. हालांकि त्यागी ने यह कहा है कि किसानों की आशंकाओं का निवारण बेहद जरूरी है.
ऐसे दौर में जब नए कृषि कानून को लेकर विपक्ष लामबंद है. उस दौरान बीजेपी के महत्वपूर्ण सहयोगी जनता दल यूनाइटेड ने यह स्पष्ट तौर पर कहा है कि केंद्र सरकार की तरफ से लागू किया गया. नया अध्यादेश जल्दबाजी का फैसला था. केसी त्यागी ने कहा है कि सरकार ने बगैर किसान संगठनों से बातचीत किए जल्दबाजी में अध्यादेश लागू किया. यह उनका मानना है. केसी त्यागी ने यह भी कहा है कि अगर सरकार एमएसपी समेत अन्य आशंकाओं पर लिखित में देने को तैयार है तो फिर इस आंदोलन का कोई मकसद नहीं बन जाता.
एक हिंदी न्यूज़ चैनल में लाइव डिबेट के दौरान केसी त्यागी ने कहा है कि सरकार की तरफ से जल्दबाजी में उठाया गया. इस आंदोलन के पीछे बड़ा कारण है. लेकिन फिर भी सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसानों को एमएसपी का लाभ मिलता रहे. सरकार जैसे पीडीएस सिस्टम के लिए पहले अनाज की खरीद कर दी थी, वह प्रक्रिया भी जारी रहे और अगर इस पुरानी व्यवस्था के बाद अनाज बचे. तभी प्राइवेट सेक्टर को इसमें एंट्री दी जाए.
केसी त्यागी ने यह भी कहा है कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए किसानों की जमीन लीज पर ना ली जाए. इसका भी ख्याल रखा जाना चाहिए. त्यागी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि देश में पुरानी मंडी व्यवस्था किसानों के लिए मुश्किलें पैदा करती थी लेकिन अब नई व्यवस्था से इस में सहूलियत होगी. बावजूद इसके सरकार को यह चाहिए कि वह किसान संगठनों की आशंकाओं को दूर करें.