Bihar News: पटना में अनियंत्रित कार नहर में समाई, 3 की मौत; 2 की हालत गंभीर Indian Railways: रेलवे ने बदला सीट अलॉटमेंट सिस्टम, अब नहीं मिलेगा ट्रेन में लोअर बर्थ Bihar News: भारत-नेपाल बॉर्डर पर तस्करों और SSB के बीच हिंसक झड़प, 4 जवान घायल Bihar News: बिहार के युवाओं में नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता में गिरावट, मानसिक उलझनें बढ़ीं; NCRPC सर्वे रिपोर्ट में बड़ा खुलासा Bihar News: 12 साल बीतते ही हाथ से जाएगा मकान, कोर्ट-कचहरी से भी नहीं मिलेगी मदद; समय रहते कर लें यह काम Bihar News: जदयू की हर बूथ पर सख्त निगरानी, पल-पल की खबरों पर BJP की पैनी नजर Bihar News: भारत के टॉप प्रदूषित शहरों में बिहार के 4 शहर शामिल, यहां की हवा है बेहद जहरीली Bihar Weather: बिहार में अब इस दिन से बारिश होगी शुरू, आज इन जिलों के लिए अलर्ट जारी Bihar Crime News: पटना में तृष्णा मार्ट के मालिक को बाइक सवार अपराधियों ने मारी गोली, मौके पर हुई मौत BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी
31-May-2024 09:46 AM
By First Bihar
PATNA : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में एडमिशन लेने वाले छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। अब पटना जिले के छह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दिव्यांग लड़कियों के लिए 25-25 सीटें आरक्षित कर दी गई हैं। सभी विद्यालयों में छह से 18 वर्ष की लड़कियां विभिन्न कक्षाओं में नामांकन ले सकती हैं। स्कूल में दिव्यांग लड़कियों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षक नियुक्त किए गए हैं।
दरअसल, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अधिक से अधिक दिव्यांग लड़कियों को चिन्हित कर उनका नामांकन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में कराना सुनिश्चित करें। जिले के पटना सदर, पुनपुन, अथमलगोला, दनियावां और मनेर के (टाइप-एक और टाइप-चार विद्यालय) कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दिव्यांग लड़कियों के नामांकन के लिए 25-25 सीटें निर्धारित हैं।
वहीं, इन विद्यालयों में नामांकन लेने वाली दिव्यांग लड़कियों की संख्या बहुत कम है, जबकि इन विद्यालयों में श्रवणबाधित और दृष्टिबाधित लड़कियों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। यह विद्यालय आवासीय है। जिसमें रहने और भोजन की निशुल्क व्यवस्था है। इसके अलावा श्रवणबाधित और दृष्टिबाधित लड़कियों को पढ़ने के लिए निशुल्क उपकरण भी दिए जा रहे हैं। इन विद्यालयों में नामांकन जारी है।
उधर, जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को शिकायत मिली है कि जो दिव्यांग लड़कियां स्कूल नहीं आ रही उनका नाम काटा जा रहा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि किसी दिव्यांग बच्चों का नाम काटने का प्रविधान नहीं हैं।