Bihar Vidhan Sabha : बिहार विधानसभा में 19 समितियों का गठन, भाई वीरेंद्र को अहम जिम्मेदारी; पूर्व मंत्रियों को भी सौंपी गई कमान Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU
25-Jan-2024 09:51 PM
By First Bihar
PATNA: राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में कड़ाके की सर्दी के बीच जबरन स्कूल खुले रखने के लिए जब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक जिला प्रशासन पर दबाव बनाये हुए हैं और इस टकराव में ठंड से स्कूली बच्चों की मौत होने लगी है, तब मुख्यमंत्री को तुरंत हस्तक्षेप कर स्कूल में अवकाश घोषित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाने के बजाय शिक्षा विभाग को बच्चों के हित में अपने आदेश वापस लेने चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि नियम-कानून की परवाह किये बिना मनमाने आदेश जारी कर अराजक स्थिति पैदा करने के आदती केके पाठक कभी सुधरने वाले नहीं हैं। वे किसी भी विभाग में एक साल से ज्यादा टिक नहीं पाए और वे जहाँ भी बड़े पद पर रहे, विवादास्पद फैसले ही करते रहे।
उन्होंने कहा कि हर साल शीत लहर और भीषण सर्दी जारी रहने तक आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल में छुट्टी रखने की परिपाटी है, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ऐसे कठिन मौसम में भी सारे स्कूलों को खुला रखने के लिए अड़ा हुआ है।
सुशील मोदी ने कहा कि पिछले चार दिनों से शिक्षा विभाग और पटना के जिला प्रशासन के बीच लेटर वार चल रहा है। प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर अवकाश रखना चाहता है, जब कि शिक्षा विभाग इसके विरुद्ध पत्र जारी कर रहा है। जिलाधिकारी को इस मामले की शिकायत मुख्य सचिव से करनी पड़ी, लेकिन टकराव बना हुआ है। यह गतिरोध जल्द समाप्त होना चाहिए ।