ब्रेकिंग न्यूज़

हिजाब प्रकरण के बाद नीतीश के खिलाफ तीन राज्यों में FIR: क्या पुलिस करेगी बिहार के CM के खिलाफ कार्रवाई? Bihar Crime News: जेल से छूटते ही बना लिया गिरोह, लोगों को ऐसे बनाता था शिकार; दरियादिली ने पहुंचा दिया सलाखों के पीछे बिहार में मुखिया के शिक्षक बेटे की शर्मनाक करतूत: शराब के नशे में तीन नाबालिग बहनों से की छेड़खानी, तीनों ने भागकर बचाई आबरू 35 वर्षीया महिला के पेट से निकला डेढ़ किलो बालों का गुच्छा, इंडोस्कोपी कराने के बाद चला पता थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा थावे दुर्गा मंदिर में चोरी का मामला: लापरवाह पुलिस अधिकारी पर गिरी गाज, DIG ने टीओपी प्रभारी को किया सस्पेंड; मंत्री ने लिया जायजा Bihar Bhumi: अतिक्रमण मुक्त होंगी बेतिया राज की जमीनें, बुलडोजर एक्शन की तैयारी; 150 लोगों को भेजा गया नोटिस Bihar Bhumi: अतिक्रमण मुक्त होंगी बेतिया राज की जमीनें, बुलडोजर एक्शन की तैयारी; 150 लोगों को भेजा गया नोटिस नीतीश के करीब अब चुनिंदा लोग ही जायेंगे: हिजाब प्रकरण में धमकी मिलने के बाद बिहार सीएम की सुरक्षा बढायी गई, आया नया फरमान घर के बाहर गाड़ी लगाने वाले हो जाए सावधान: पटना में दिनदहाड़े स्कूटी उठाकर ले जा रहे चोर

आइशी घोष बनीं JNU छात्रसंघ की अध्यक्ष, स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन में लेफ्ट ने किया क्लीन स्वीप 

आइशी घोष बनीं JNU छात्रसंघ की अध्यक्ष, स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन में लेफ्ट ने किया क्लीन स्वीप 

17-Sep-2019 08:19 PM

By 7

DELHI : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव परिणाम घोषित कर दिया गया है. यूनाइटेड लेफ्ट पैनल की आइशी घोष (एसएफआई) नई जेएनयूएसयू प्रेजिडेंट चुनी गई हैं. लेफ्ट यूनिटी सभी चार पदों पर जीत हासिल करने में कामयाब रहा है. आइशी घोष अध्यक्ष, साकेत मून उपाध्यक्ष, महासचिव पद पर सतीश चंद्र यादव जबकि मोहम्मद दानिश संयुक्त सचिव चुने गए हैं. दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान परिणाम घोषित करने की इजाजत दे दी थी. हाई कोर्ट ने पिछली सुनवाई में परिणाम न जारी करने का आदेश जेएनयू के दो छात्रों की ओर से दाखिल याचिका पर दिया था. याचिका में आरोप लगाया गया था कि चुनाव समिति ने लिंग्दोह कमेटी की सिफारिशों की अनदेखी करके छात्रसंघ का चुनाव कराया है. बता दें कि अंशुमान दुबे और अनुज कुमार द्विवेदी ने याचिका में जेएनयूएसयू का चुनाव लिंग्दोह कमेटी की सिफारिशों के तहत कराने की मांग की थी. इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने जेएनयू प्रशासन इलेक्शन कमेटी और मामले से जुड़े सभी पक्षों को इस मामले में अपना जवाब दाखिल करने के लिए निर्देश दिए थे. लेकिन कोर्ट ने सोमवार को जेएनयू प्रशासन के जवाब के बाद याचिकाओं को ख़ारिज कर दिया. हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कहा कि आपकी जानकारी के बाद हमने चुनाव नतीजों पर रोक लगाई थी. लेकिन, आपकी जानकारी सही नहीं थी. जेएनयू ने कहा कि GRC (ग्रीवांस रिड्रेसल सेल) ने पिछला चुनाव 30 काउंसलर के साथ कराया था. जबकि इस बार बार 46 काउंसलर के साथ कराया है. याचिकाकर्ता का ये कहना कि 55 काउंसलर के साथ ही पिछले चुनाव होते आए हैं, पूरी तरह से ग़लत है.