Bihar assembly session : तेजस्वी की गैरहाजिरी से गरमा गया बिहार विधानमंडल, विधानसभा में शुरू हुई अंतिम दिन की कार्यवाही Bihar News: बिहार की जेलों में अब तिहाड़ जैसी सुरक्षा, कैदियों की मनमानी हमेशा के लिए ख़त्म Saharsa news : मजदूरी मांगने पर महादलित युवक को खूंटे से बांधकर पीटा, पैक्स अध्यक्ष की दबंगई Bihar News: भीषण सड़क हादसे में युवक की मौत, 2 साथी गंभीर रूप से घायल Bihar politics news : यूरोप में बैठकर राजनीति? जेडीयू विधायक का तेजस्वी पर करारा वार, कहा— अब वहीं से लड़ें चुनाव BIHAR NEWS : पांडे जी देख लीजिए : सदर अस्पताल में हाईटेक “झाड़-फूंक” इलाज! डॉक्टर चुप, भगत मस्त मंत्र पढ़ता रहा Bihar News: बिहार में यहाँ नई रेल लाइनों का निर्माण जल्द, खर्च किए जाएंगे ₹17 हजार करोड़ Aadhaar Services : अब रात 8 बजे तक पटना में मिलेगी आधार सेवाएं, इस डाकघर में लागू हुई नई खास व्यवस्था Bihar News: पटना साहिब पर रुकेंगी बिहार की ये महत्वपूर्ण ट्रेनें, हजारों यात्रियों को बड़ी राहत Bihar Land Registry : बिहार में जमीन-मकान की रजिस्ट्री होगी पेपरलेस, सरकार ला रही नई निबंधन नियमावली 2025
06-Oct-2023 01:29 PM
By First Bihar
PATNA : बिहार में जाति आधारति गणना का रिपोर्ट जारी होने के अगले दिन यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। 3 अक्टूबर को याचिकाकर्ता की ओर से सुप्रीम कोर्ट से जातीय आंकड़े जारी किए जाने के मामले मे हस्तक्षेप की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। इस मामले में शुक्रवार यानी आज सुनवाई हुई। इसके बाद कोर्ट ने साफ़ तौर पर कहा कि- हम इस मामले में विस्तृत सुनवाई करेंगे। हम सरकार को नीति बनाने से रोक नहीं सकते। हालांकि, कास्ट सर्वे के दौरान लिए गए लोगों के निजी आंकड़े सरकार सार्वजनिक नहीं करे। अब इस मामले पर जनवरी में सुनवाई होगी।
दरअसल, एक सोच, एक प्रयास और यूथ फॉर इक्वेलिटी जैसे संगठन के तरफ से जाति आधारति गणना का रिपोर्ट जारी होने के अगले दिन सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। जिसमें पुरे मामले में कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। उस दौरान कोर्ट ने कहा था कि अभी इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। 6 अक्टूबर को मामले की सुनवाई होगी और उसी समय याचिकाकर्ताओं की दलील सुनेंगे। उसके बाद अब आज इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि- सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया। जनवरी 2024 तक इस पर जवाब मांगा है। कोर्ट ने कहा कि हम इस मामले में विस्तृत सुनवाई करेंगे।
मालूम हो कि, बिहार सरकार ने सोमवार यानी 2 अक्टूबर को जातीय आंकड़ा जारी किया। बिहार के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने आंकड़ा जारी किया। जारी आंकड़े के अनुसार बिहार की आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है। इसमें सबसे बड़ी संख्या अत्यंत पिछड़ा वर्ग की है। यह 4 करोड़ 70 हजार 80 हजार 514 है। वहीं, दूसरे नंबर पर अति पिछड़ा वर्ग 3 करोड़ 54 लाख 63 हजार 936 है। अनुसूचित जाति की संख्या कुल 2 करोड़ 56 लाख 89 हजार 820 है। अनुसूचित जनजाति की आबादी मात्र 21 लाख 99 हजार 361 बताई गई है। सामान्य वर्ग की संख्या 2 करोड़ 2 लाख 91 हजार 679 हैं।
आपको बताते चलें कि, पटना हाईकोर्ट ने जातीय गणना को चुनौती देने वाली सभी याचिकाएं एक अगस्त को खारिज कर दी थी। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि सरकार चाहे तो गणना करा सकती है। इसके बाद नीतीश सरकार ने जातीय गणना को लेकर आदेश जारी कर दिया था। सरकार ने सभी डीएम को आदेश दिया था कि हाईकोर्ट के फैसले के आधार पर जातीय गणना के बचे काम को पूरा करें। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर सार्वजनिक किया गया।