Bihar Crime News: पति ने पत्नी को मौत के घाट उतारा, घरेलू कलह में वारदात को दिया अंजाम Bihar News: बिहार के इस जिले को मिली दो नई सड़कों की सौगात, सरकार ने दी 44 करोड़ की मंजूरी अजब प्रेम की गजब कहानी: सास-दामाद के बाद अब समधी और समधन की लव स्टोरी, घर छोड़ दोनों हुए फरार Innovative farming: 8 लाख की नौकरी छोड़ गांव लौटा युवक...अब खेती से कमा रहा है दोगुनी कमाई! जानिए कैसे? Bihar News: जमुई में नो एंट्री टाइम में बदलाव से जनता को बड़ी राहत, एसपी के निर्देश पर प्रभावी हुआ नया नियम Arvind Kejriwal Daughter Wedding: पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता शादी के बंधन में बंधीं, संभव जैन के साथ लिए सात फेरे Goal Institute: गोल इंस्टीट्यूट में विशेष सेमिनार का आयोजन, नीट 2025 के लिए छात्रों को मिला महत्वपूर्ण मार्गदर्शन Bihar Politics: सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मचे घमासान पर BJP की पैनी नजर, क्या बोले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय? Bihar News: मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व VC के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News :बिहार को मिली ऐतिहासिक सौगात, गंगा नदी पर बना पहला छह लेन पुल अब पूरी तरह तैयार, जल्द होगा उद्घाटन!
13-Jan-2024 07:11 PM
MUZAFFARPUR: डॉक्टर को लोग धरती का भगवान मानते हैं। समाज में डॉक्टरों को काफी इज्जत दी जाती है। इन्हें लोग नाम से नहीं बल्कि डॉक्टर साहेब ही कहकर बुलाते हैं। लेकिन कुछ डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों को भारी परेशानियों से जुझना पड़ता है कभी-कभी तो जान तक चली जाती है। मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने ऐसा काम किया कि बच्चे की जान चली जाती। सरकारी डॉक्टर के इस करतूत के सामने आने के बाद लोग भी हैरान हैं। लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे हैं।
दरअसल मुजफ्फरपुर SKMCH के डॉक्टर की लारवाही ने एक बच्चे जिन्दगी मुसीबत में डाल दी। बच्चे का पैर फ्रेक्चर होने के बाद डॉक्टर ने टांका लगाने वाली सुई को बिना बाहर निकाले ही प्लास्टर चढ़ा दिया। प्लास्टर में सुई होने के कारण बच्चे के पैर में दर्द होने लगा। बच्चा दर्द से कराहने लगा जिसके बाद परिजन उसे लेकर प्राइवेट क्लिनिक ले गये तब दर्द होने के कारणों का पता चला।
जब प्राइवेट क्लिनिक के डॉक्टर ने फ्रैक्चर हुए पैर के एक्सरे कराया तब पता चला कि प्लास्टर के अंदर सुई है। जिसे जानकर परिजनों के भी होश उड़ गये। 11 दिन तक पैर में सुई रहने के कारण बच्चे के पैर में इन्फेक्शन फैल गया।
परिजनों को पता चला कि जिस पैर में प्लास्टर चढ़ाया गया उसके अंदर सुई छोड़ दिया गया है। जिसे प्लास्टर से बाहर निकाला गया जिसके बाद बच्चे का दर्द कम हुआ। प्राइवेट डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि शुक्र है कि समय रहते इसे लाया गया नहीं तो पैर काटने की नौबत आ जाती। एसकेएमसीएच के डॉक्टर की इस करतूत से लोग भी आश्चर्यचकित है। अब देखना यह होगा इस मामले पर मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन क्या कार्रवाई करते हैं?