Health Ministry : 100mg से अधिक निमेसुलाइड टैबलेट्स पर बैन, स्वास्थ्य मंत्रालय का अहम फैसला Bihar accident news : : अनियंत्रित ट्रक ने बाइक सवार तीन युवकों को कुचला, दो की मौत, एक गंभीर घायल Bihar education news : बिहार में फर्जी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई, निगरानी ब्यूरो ने हज़ारों टीचर के दस्तावेज़ों को खंगाला; जानिए पूरा डाटा Bihar Vigilance Department : 2025 में एक्शन में रही निगरानी ब्यूरो, दर्ज हुई 122 FIR; सबसे बड़ा धनकुबेर निकला यह कार्यपालक अभियंता Bihar land reform : 'क्या तमाशा है...', CO की विजय कुमार सिन्हा ने भरी सभा में लगा दी क्लास, कहा - सही काम को लटकाने का रवैया नहीं चलेगा Bhumi Sudhar Jansamvad : मेरा भाई भी गलत करेंगे तो नहीं छोड़ेंगे, बोले विजय सिन्हा - आपस में करेंगे गुंडागर्दी तो कर देंगे खत्म Bihar Land Dispute : भूमाफिया की ताकत के सामने नतमस्तक थानाध्यक्ष, CO का भी FIR नहीं लिया; विजय सिन्हा बोलें - SP साहब जल्द लें एक्शन Bihar land reform : विजय सिन्हा के सामने जमीन पर बैठने लगे मुस्लिम फरियादी, डिप्टी सीएम बोले – कुर्सी पर आइए, आराम रहेगा 420 Action : 420 का काम करने वाले पर सीधे एक्शन लीजिए, विजय सिन्हा ने कहा - लटकाओ -भटकाओ वाला रवैया नहीं चलेगा Saharsa land reform : CO पर भड़क गए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव कहा - माइक पर जवाब दो, इस अधिकारी को भी सस्पेंड करने का आदेश
31-Dec-2021 08:23 AM
PATNA : बढ़ते कोरोना को देखते हुए राज्य सरकार ने डाक विभाग के साथ एक विशेष पहल कर रहा है. बिहार में डाक विभाग द्वारा अब कोरोना पीड़ितों के घर तक फ्री में दवा पहुंचाया जायेगा. इसको लेकर डाक विभाग और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग की नोडल एजेंसी के बीच कई बार बैठक हो चुकी है. बातचीत की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
मिली जानाकरी के अनुसार राज्य में कुल 9117 डाकघर हैं. इनमें 33 प्रधान डाकघर, 1040 उपडाकघर तथा 8044 शाखा डाकघर हैं. प्रक्रिया के तहत स्वास्थ्य विभाग नोडल एजेंसी के स्तर पर दवाएं डाक विभाग को उपलब्ध करायेगा. कोरोना पीड़ित रोगी के नजदीकी डाकघर के माध्यम से दवाएं उसके घर या जहां वह आइसोलेट होगा, वहां पहुंचा दिया जायेगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जांच के बाद किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होते ही उसकी सूचना डाक विभाग के मॉनीटरिंग सेल के पास आ जायेगी. फिर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अपने घर या आइसोलेट सेंटर में रहेगा.
उसे डाकिये द्वारा कोरोना से संबंधित दवाओं की किट पहुंचा दी जायेगी. इसके लिए रोगी से किसी तरह का कोई पैसा नहीं लिया जायेगा. इसके पूर्व पोस्टमैन को विशेष रूप से ट्रेनिंग किया जायेगा, ताकि सुरक्षित तरीके से दवाओं का वितरण कर सके.