BIHAR: बिजली चोरी का विरोध करना छोटे भाई को पड़ा महंगा, बड़े भाई ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, मायके गई हुई थी पत्नी गिरिडीह में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन, 400 से अधिक लोगों का इलाज 23 दिसंबर को पटना में नितिन नवीन का रोड शो, घर से बाहर निकलने से पहले जान लीजिए रूट चार्ट VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार VB-G RAM G Act: ‘विकसित भारत- जी राम जी’ बिल को राष्ट्रपति की मिली मंजूरी, अब मजदूरों को 125 दिनों का रोजगार गोल प्रतिभा खोज परीक्षा 2025: छात्रों की प्रतिभा को पहचानने और मार्गदर्शन देने का भरोसेमंद मंच बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के गृह जिले का हाल देखिये, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीज का इलाज, वीडियो हो गया वायरल नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा नए साल के जश्न की तैयारी में बिहार के माफिया: पटना में सरकार की नाक के नीचे चल रही थी नकली शराब फैक्ट्री; ऐसे हुआ खुलासा पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में अवैध शराब तस्करी का भंडाफोड़, धंधेबाज भी गिरफ्तार
06-Feb-2022 02:51 PM
By ARYAN SHARMA
PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद की जिन 24 सीटों पर चुनाव होना है उसे लेकर आरजेडी ने कांग्रेस को तरजीह नहीं दी। आरजेडी की तरफ से तवज्जो नहीं मिलना कांग्रेस के नेताओं को परेशान कर रहा है। अब कांग्रेस के नेता खुलकर आरजेडी की नियत पर सवाल भी उठाने लगे हैं।
कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान ने आरजेडी की मंशा पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस विधायक ने कहा है कि जब भी सांप्रदायिक ताकतों से मुकाबला करने की बारी आई कांग्रेस ने ऐसे क्षेत्रीय दलों का साथ दिया, लेकिन अब जब आरजेडी ने विधान परिषद चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला किया है तो यह आशंका नजर आ रही है कि कहीं न कहीं तेजस्वी यादव बीजेपी को मजबूत करना चाहते हैं। बिहार में अगर महागठबंधन अपने स्वरूप में नहीं रहा तो इसका सीधा फायदा एनडीए को मिलेगा और बीजेपी जैसी सांप्रदायिक शक्ति बिहार में मजबूत होगी।
इतना ही नहीं कांग्रेस के विधायक ने आरजेडी के रवैए पर भी सख्त ऐतराज जताया है। शकील अहमद ने कहा है कि आरजेडी जब भी मजबूत होती है वह आंख दिखाने लगती है, मौजूदा हाल भी ऐसा ही है। आरजेडी का मजबूत होना यह बता रहा है कि वह बिहार में अपने सहयोगियों को साथ लेकर नहीं चलती।
महागठबंधन में चल रही सियासत के साथ-साथ कांग्रेस विधायक ने पार्टी के अंदर भी संगठन के स्वरूप को लेकर अहम राय रखी है। कांग्रेस विधायक ने कहा है कि जो सामाजिक समीकरण है, उसका कांग्रेस के संगठन में ख्याल रखा जाना चाहिए। हर तबके के लोगों को भागीदारी मिले यह सुनिश्चित करना नेतृत्व का काम है।