मुजफ्फरपुर SSP ने की 23 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, 6 को किया सस्पेंड 17 का वेतन रोका युवा चेतना सुप्रीमो रोहित कुमार सिंह का बक्सर दौरा: गरीबों के बीच किया पंखा का वितरण, लालू परिवार पर साधा निशाना जहाँ बोलेगी नारी, वहीं से बदलेगा बिहार: सोहरैया गांव में 'माई-बहिन चौपाल' में गूंजी महिलाओं की बुलंद आवाज़, उजागर हुई सरकारी दावों की जमीनी हकीकत छपरा डबल मर्डर केस: पीड़ित परिवार से मिले मंत्री नीरज बबलू , हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का दिया आश्वासन दरभंगा नगर निगम के उप मेयर नाजिया हसन के विवादित पोस्ट पर बवाल, निगम कार्यालय में लोगों ने बनाया बंधक मुंगेर में सेप्टिक टैंक में उतरे 5 मजदूर बेहोश, एक की मौत, जहरीली गैस बनी हादसे की वजह Bihar News: बिहार में गंडक नदी में नहाने गए पांच बच्चे डूबे, तीन की मौत; दो को ग्रामीणों ने बचाया Bihar News: बिहार में गंडक नदी में नहाने गए पांच बच्चे डूबे, तीन की मौत; दो को ग्रामीणों ने बचाया Bihar News: बिहार के इस जिले में एकसाथ 23 राजस्व कर्मचारी सस्पेंड, जिला प्रशासन के एक्शन से हड़कंप Bihar News: बिहार के इस जिले में एकसाथ 23 राजस्व कर्मचारी सस्पेंड, जिला प्रशासन के एक्शन से हड़कंप
14-Jun-2023 01:15 PM
By First Bihar
MUZAFFARPUR : भाजपा विधायक राजू सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पुलिस ने अब इनके खिलाफ इश्तिहार की अर्जी कोर्ट में दी है। इसके साथ ही सीओ और कर्मचारी की पिटाई मामले में भी वारंट की अर्जी दायर की है। पुलिस का कहना है कि, कोर्ट के तरफ से आज की अर्जी मंजूर कर ली जाएगी।
दरअसल, जिले के साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक को राजद नेता अपहरण कांड तथा सीओ कर्मचारी की पिटाई मामले में न्यायालय ने वारंट जारी करने का निर्देश दिया था। लेकिन, नियमानुसार विधायक की गिरफ्तारी नही होने के कारण अब पुलिस ने विधायक के वारंट को वापस कर इस्तिहार की अर्जी माननीय कोर्ट में दी है ।
मालूम हो कि, राजद नेता तुलसी राय का अपहरण कांड और सीओ कर्मचारी की पिटाई और गाली गलौज का मामला जिले के भाजपा विधायक के खिलाफ पारू थाना में ही दर्ज है। हालांकि, इसको लेकर बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल डीएम और एसएसपी से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी साथ ही साथ स्थानीय पारू थाना पुलिस पर एकपक्षीय कार्यवाई का आरोप लगाया था और कहा था कि अगर पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच नही की तो सड़क पर उग्र आंदोलन होगा।
इधर, देवरिया में राजू सिंह के समर्थको द्वारा आक्रोश मार्च की सूचना पर पुलिस ने विधि व्यवस्था को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी और सुरक्षा व्यवस्था भंग न हो इसको लेकर सुबह से शाम तक देवरिया इलाके में पुलिस फ्लैग मार्च की थी। जिसके बाद सरकारी परमिशन नही होने के कारण आक्रोश मार्च रद्द किया था। बहरहाल, अब देखना होगा कि क्या आज माननीय न्यायालय से क्या पुलिस को राजद नेता अपहरण मामले में इश्तिहार मिलती है या नही और पारू पुलिस सीओ और राजस्व कर्मचारी की पिटाई मामले में विधायक के खिलाफ वारंट की अर्जी दाखिल करती है या नही।