ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

बिहार में इस सीट से रामविलास पासवान ने RJD से भरा पर्चा, वहीं पिता ने निर्दलीय किया नामांकन

बिहार में इस सीट से रामविलास पासवान ने RJD से भरा पर्चा, वहीं पिता ने निर्दलीय किया नामांकन

15-Oct-2020 12:47 PM

BHAGALPUR : बिहार विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा. अभी तक कुछ सीटों पर देवरानी-जेठानी तो कहीं भवह-भैंसुर  आमने सामने है.

एक ऐसा ही मुकाबलाभागलपुर जिले की पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से भी देखने को मिलेगा. जहां से तत्कालिन विधायक रामविलास पासवान ने राजद प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया. तो वहीं उनके सामने मैदान में उनके ही पिता ने उनके खिलाफ पर्चा भरा है. उनके पिता उधाली पासवान ने मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा है. 

बताया जा रहा है कि उधाली पासवान ने अपने विधायक पुत्र रामविलास पासवान के साथ चौथी बार पर्चा भरा है. इसके पहले दो बार विधायक के लिए तो एक बार मुखिया पद के लिए दोनों ने नामांकन का पर्चा साथ-साथ दाखिल किया था.इसके पीछे का कारण क्या है इसे लेकर सभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं. विधायक के पिता कभी नाम वापस नहीं लेते हैं तथा चुनाव तक खड़े रहते हैं.