Bihar Crime News : इंसाफ की आस टूटने से मां ने दी जान, इकलौते बेटे की संदिग्ध मौत की जांच न होने का दर्द बना वजह Motihari robbery : किराना दुकान में हथियारबंद बदमाशों की लूट, दुकानदार के कनपटी पर पिस्तौल रखकर 6 लाख ले उड़े Gold Heist : 1 करोड़ की सोना लूट मामले में बड़ा खुलासा, अपराधी ही बन गया शिकायतकर्ता; थानेदार सहित 5 पुलिसकर्मी निलंबित Patna CO action : पटना में हज़ारों दाखिल-खारिज मामले अभी भी लंबित, CO को आज शाम तक का अल्टीमेटम; नहीं तो होगी कार्रवाई Jamui Railway Station : रेलवे स्टेशन पर वार्ड अटेंडेंट की पिटाई का वीडियो वायरल, यात्रियों ने शराब के नशे में बदतमीजी का लगाया आरोप Government School News : बिहार सरकारी स्कूल हेडमास्टर्स बनाएंगे बच्चों की केस स्टडी, इस तरह तैयार होगी विकास योजना Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana: 10 हज़ार के बाद अब 2 लाख रुपए भेजने की तैयारी, इन महिलाओं के खाते में सबसे पहले आएंगे पैसे Bihar Home Guard death : बिहार में होमगार्ड जवान की ट्रेनिंग के दौरान मौत, पासिंग आउट परेड की तैयारी में हाई जंप बना काल New Year Puja Patna : नए साल के पहले दिन पटना के मंदिरों में उमड़ेगा आस्था का सैलाब, महावीर मंदिर और इस्कॉन में विशेष इंतजाम Indian Railways latest news : जसीडीह-झाझा रेलखंड का अप ट्रैक अभी भी बंद, इन ट्रेनों के रूट बदले
03-Feb-2022 06:55 PM
PATNA : राजधानी पटना में निजी अस्पतालों की मनमानी जग जाहिर है। मरीजों के परिजनों से रुपए ऐंठने के लिए निजी अस्पताल हर हथकंडा अपनाते हैं। ताजा मामला पाटलिपुत्रा औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक बड़े निजी अस्पताल का है, जहां अस्पताल प्रबंधन द्वारा डेढ़ लाख रूपए के लिए शव को बंधक बनाने का आरोप लगा है।
जानकारी के मुताबिक छपरा की एक मरीज को बीते 23 जनवरी को उक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसकी इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई। परिजनों द्वारा मरीज का शव मांगे जाने पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा डेढ़ लाख रूपए की मांग की गई। गरीब परिजन अस्पताल प्रबंधन से मिन्नतें करता रहा लेकिन संवेदनहीन अस्पताल ने उनकी एक नही सुनी और अंत में 10 हजार रूपए वसूलने के बाद शव को मृतक के परिजनों को सौंपा।
मृतक महिला की बेटी पूजा ने बताया कि उसकी मां शांति देवी को दिल की बीमारी थी। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद शांति देवी को पाटलिपुत्रा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के नाम पर करीब दो लाख रूपए वसूल लिए गये लेकिन शांति देवी की हालत में सुधार नहीं हुआ और उनकी मौत हो गई। जिसके बाद शव देने के एवज में अस्पताल प्रबंधन द्वारा डेढ़ लाख रूपए की मांग की जा रही थी।
मृतका के परिजनों का आरोप है कि लाखों रूपए ऐंठने के बावजूद मरीज का ठीक से इलाज नहीं किया गया और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो गई। परिवार वालों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही के साथ जबरन पैसा वसूलने का भी आरोप लगाया है।