पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
28-Mar-2023 02:00 PM
MOTIHAARI : बिहार में अपराधी और बदमाश किस्म के लोगों का तांडव इन दिनों बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के अंदर शायद की कोई ऐसी शाम गुजरती हो जिस दिन कहीं न कहीं से अपराध से जुड़ी खबर निकल कर सामने न आती हो। इस कड़ी में अब एक ताजा मामला मोतिहारी से निकल कर सामने आया है। जहां एक डायग्नोस्टिक सेंटर के डॉक्टर से 2 करोड़ की रंगदारी मांगी गई है और नहीं देने पर जान से मारने की भी धमकी दी गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक़, बिहार के मोतिहारी में छतौनी थाना अंतर्गत कवि डायग्नोस्टिक के संस्थापक डॉ. संजय कुमार से बदमाशों ने दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी है। सबसे बड़ी बात है कि बदमाशों ने अपनी हैंड राइटिंग पहचान नहीं पाने के कारण धमकी वाला पत्र को प्रिंटर से कॉपी करके निकाली और डॉक्टर के घर फेंक दिया। इसके बाद अब डॉक्टर संजय कुमार का परिवार बेहद ही डरा हुआ है। इस सूचना मिलने के बाद प्रभारी सदर डीएसपी रंजन कुमार ने डॉक्टर की क्लिनिक पर पहुंचकर इस मामले में पूछताछ की है। इसको लेकर एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है।
वहीं, इस घटना को लेकर डॉ. संजय ने बताया कि ''रंगदारी से संबंधित चिट्ठी मेरे चैम्बर में लैपटॉप को ढंकने वाले तौलिए के नीचे लिफाफा में रखा हुआ था। जिसमें दो करोड़ रुपये रंगदारी देने की बात कही है। इसके साथ रंगदारी नहीं देने पर मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। उन्होंने बताया कि, हम जिस चैम्बर में रहते हैं उस दौरान मरीज चैम्बर में आते हैं इसके पहले स्टाफ ही चैम्बर में आते जाते हैं। ऐसे में यह चिट्ठी किसने भेजी है। इसकी कोई जानकरी नहीं है। जब चैम्बर से निकलते वक्त लैपटॉप को शट डाउन करके उसे ढंकने के लिए तौलिया उठाया तब नीचे लिफाफा रखा हुआ मिला। लिफाफे में रंगदारी से संबंधित पत्र था।
इधर, इस घटना को लेकर एसपी डॉ. कान्तेश कुमार मिश्र के निर्देश पर प्रभारी सदर डीएसपी रंजन कुमार डॉक्टर के क्लिनिक पहुंचे। तभी इस मामले की जांच करनी शुरू कर दी। डॉ. संजय ने इस मामले में छतौनी थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ लिखित आवेदन दिया है। तभी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। डीएसपी रंजन कुमार के नेतृत्व में गठित टीम इस मामले की जांच कर रही है।