Bihar Rojgar Mela: इस जिले में 17 मई से 13 जून तक रोजगार मेला, 200 युवाओं की सीधी भर्ती, मत चूकें मौका Bihar News: निगरानी के हत्थे चढ़ा प्रभारी अंचल निरीक्षक, 3 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार Bihar Bhumi: अब अमीन और पंचायत सचिवों को राजस्व कार्यों की जिम्मेदारी, निर्देश जारी Bihar Crime News: भीषण गोलीबारी में 3 की मौत, कई गंभीर हालत में इलाजरत Bihar Sucide News: मंदिर में साथ की एक आखिरी पूजा, फिर गंगा में प्रेमी-प्रेमिका ने ली जलसमाधि, मौत बना रहस्य Bihar Teacher News: टीचर ट्रांसफर को लेकर आया बड़ा अपडेट, असंतुष्ट शिक्षक DEO को दे सकेंगे आवेदन; जानिए... Patna Junction: हमेशा के लिए बदल जाएगा पटना जंक्शन, इन इमारतों को तोड़ बनेंगे नए भवन, यात्रियों को कई मामलों में राहत Bihar Teacher Recruitment: राज्य में 90 हजार शिक्षकों की नियुक्ति, फिर भी रह जाएंगे इतने पद खाली, पेपर भी होगा पहले से कठिन Bihar Rain Alert: राज्य के इन जिलों में जमकर होगी बारिश, आंधी-तूफ़ान को लेकर भी IMD का अलर्ट Bihar Crime News: बिहार में शराब पार्टी के दौरान दोस्तों के बीच फायरिंग, गोली लगने से युवक की मौत
18-Nov-2021 01:03 PM
Desk : बिहार की सियासत में नए-नए शब्दों का प्रयोग हो रहा है. शब्दों की मर्यादा लगातार टूट रही है. पहले लालू प्रसाद के भकचोन्हर वाले बयान ने तूल पकड़ा. इधर उपमुख्यमंत्री रेणु देवी की गाली की चर्चा हो रही थी कि दीपा मांझी ने एक बार फिर ऐसे शब्द का उपयोग कर दिया है जिसपर सियासत गरमाने की उम्मीद हैं. उन्होंने तेजस्वी यादव को लबरा कह दिया है. उन्होंने तेजस्यवी पर यह आरोप लगा दिया है कि उनके लोग राज्य में शराब बेचवा रहे हैं.
आपको बता दें कि दीपा मांझी ने दीपा संतोष मांझी के नाम के अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है लबरी बहन के लबरा भाई @yadavtejashwi जी, अनाज की रक्षा के लिए हमनी पोठली में सल्फास की गोली रखते हैं ताकि कीड़ा न लगे. अब ओकरा कोई खाएगा तो एह में सरकार का करेगा. वइसेही दारू बंद है, अब आपका लोग जहरीला दारू बेचवाएगा तो जनता मरबे न करेगा.आप भी जागरूकता फैलाइए, सिर्फ आरोप मत लगाइए. बता दें कि अपने बयानों की वजह से लगातार चर्चा में रहने वाली दीपा मांझी ने इससे पूर्व रोहिणी आचार्य को लबरी कह दिया था. उन्होंने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान को लेकर उन्हें घेरा था.
बताते चलें कि राज्य में शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश सरकार ने एक बार फिर कड़े निर्णय लिए हैं. इस क्रम में वरीय आइएएस अधिकारी केके पाठक को मद्य निषेध विभाग की कमान सौंपी गई है. हालांकि विपक्ष की ओर से सरकार पर शराबबंदी में विफलता का आरोप लगाया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष समेत अन्य नेताओं ने भी इस मुद्दे पर सरकार को विफल बताया है.