Indian Fashion Exhibition: पटना में इस दिन लगने वाला है फैशन एग्जिबिशन, देशभर के डिजाइनर होंगे शामिल Bihar Education News: बिहार के निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा, अब हर हाल में करना होगा यह जरूरी काम Bihar Education News: बिहार के निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा, अब हर हाल में करना होगा यह जरूरी काम Bihar News: बिहार पुलिस की बेकाबू जीप ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, दो की हालत नाजुक Bihar News: बिहार पुलिस की बेकाबू जीप ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंदा, दो की हालत नाजुक Encounter in Bihar: बिहार में एनकाउंटर, STF और बदमाशों के बीच मुठभेड़; एक अपराधी को गोली लगी उत्तराखंड सरकार का बड़ा फैसला: मदरसों के पाठ्यक्रम में शामिल होगा 'ऑपरेशन सिंदूर' Bihar Crime News: 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, जिले के Top10 अपराधियों में है शुमार Patna News: शिक्षा के क्षेत्र के प्रेरणाश्रोत विपिन सिंह: सोंच, समर्पण और सेवा ने हजारों युवाओं को उनके सपनों की मंजिल दिलाई बम बनाते समय हुआ जोरदार धमाका, एक हाथ का पंजा उड़ा, जांच में जुटी पुलिस
12-May-2021 03:57 PM
PATNA : बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच डॉक्टर और नर्स अपनी जान की परवाह किये बगैर लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं. ऐसे में कई डॉक्टरों और नर्सों की कोरोना से मौत हो चुकी है. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह के अनुसार 40 नर्सों की अबतक विभिन्न जिलों में मौत की सूचना मिली है. सभी जिलों के संगठन इकाई को जिलावार मृतक नर्सों की सूची बनाने का संदेश दिया गया है.
अबतक मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में करीब 30 हजार नर्सें कोरोना काल में संक्रमितों की सेवा में जुटी हुई हैं. संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह के अनुसार प्रखंडों से विभिन्न अस्पतालों में प्रतिनियुक्त कर नर्सों से तीन शिफ्ट में ड्यूटी ली जा रही है. नए स्थान पर उनके सोने और खाने तक की व्यवस्था ढंग से नहीं की गई है. उन्होंने बताया कि पटना में सबसे ज्यादा नर्सों की कोरोना संक्रमित होने का कारण इलाज के दौरान मौत हुई है.
विश्वनाथ सिंह ने बताया कि राज्य में 15 हजार से अधिक एएनएम की सेवा हेल्थ सब सेंटर और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से हटाकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और कोविड केयर अस्पताल, डेडिकेटेड कोविड हेल्थकेयर सेंटर में तैनात किया गया है. कोरोना संक्रमित मरीज़ों के संपर्क में आने से वे भी संक्रमण की शिकार हो रही हैं. जबकि जीएनएम की तैनाती सभी प्रमुख अस्पतालों में है और कोरोना वार्ड में वहीं मरीज को देख रही हैं.