विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर बोले अनिल सुलभ..बिहार को इस चिकित्सा पद्धति से इंडियन इंस्टीच्युट ने अवगत कराया बिहार ने 20 सालों में विकास का नया आयाम हासिल किया: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय बिहार ने 20 सालों में विकास का नया आयाम हासिल किया: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी ने कोलकाता में की रेटिना की जटिल LIVE सर्जरी, बने बिहार के पहले नेत्र रोग विशेषज्ञ Bihar Police News: अपराधियों को गिरफ्तार करने में बिहार पुलिस ने बनाया रिकॉर्ड, 7 महीनों में 2.28 लाख अभियुक्तों को अरेस्ट करने का दावा Bihar Police News: अपराधियों को गिरफ्तार करने में बिहार पुलिस ने बनाया रिकॉर्ड, 7 महीनों में 2.28 लाख अभियुक्तों को अरेस्ट करने का दावा BIHAR: अवैध बालू खनन पर पटना पुलिस का शिकंजा, हथियार के साथ आधा दर्जन अपराधी गिरफ्तार छपरा में महावीरी अखाड़ा के समापन पर निकाली गई शोभायात्रा, आस्था के नाम पर परोसी गई अश्लीलता Bihar News: बिहार के इस जिले में सड़क निर्माण को मिली मंजूरी, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा Bihar News: बिहार के इस जिले में सड़क निर्माण को मिली मंजूरी, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
28-Feb-2022 07:14 AM
PATNA : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई ने रिश्वतखोरी के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। हाजीपुर सेंट्रल जीएसटी के सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर के खिलाफ एक्शन लेते हुए इन दोनों को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। हाजीपुर सेंट्रल जीएसटी के सुपरिटेंडेंट अभय कुमार दत्ता और इंस्पेक्टर सौरव कुमार के ऊपर रिश्वत लेने का आरोप लगा था जिसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया और उन दोनों की गिरफ्तारी हो गई है।
सेंट्रल जीएसटी के इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ हाजीपुर के रहने वाले राजेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी। राजेश कुमार ने सीबीआई से जो शिकायत दर्ज की थी उसमें आरोप लगाया है कि उनके ईंट भट्टे का काम शुरू करने के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन कामकाज शुरू नहीं हो पाया। लिहाजा उन्होंने जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं किया। इसके बाद उन्हें जीएसटी कैंसिलेशन के नाम पर नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने हाजीपुर जीएसटी कार्यालय जाकर सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर से मुलाकात की तो रिश्वत की मांग की जाने लगी।
शिकायतकर्ता राजेश कुमार के मुताबिक हाजीपुर जीएसटी कार्यालय पहुंचने पर सुपरिटेंडेंट और इंस्पेक्टर ने उनसे जीएसटी रिटर्न फाइल कर मुलाकात करने के लिए कहा। रिटर्न फाइल करने के बाद जब वह अधिकारियों से मिले तो उनसे जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर चालू रखने की एवज में 10 हजार की घूस मांगी गई। जिसके बाद राजेश कुमार ने सीबीआई में कम्प्लेन कर दी। अब सीबीआई ने इस मामले में एक्शन लेते हुए दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है, इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।