India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु Bihar Weather: बिहार के 15+ जिलों में आज बारिश की संभावना, मौसम विभाग का अलर्ट जारी Bihar News: एक्सरसाइज के दौरान सातवीं के छात्र को आया हार्ट अटैक, देखते ही देखते चली गई जान Bihar News: बिहार में डैम में डूबने से आठवीं के दो छात्रों की मौत, स्कूल से लौटने के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में डैम में डूबने से आठवीं के दो छात्रों की मौत, स्कूल से लौटने के दौरान हादसा
11-Sep-2023 02:42 PM
By Ranjan Kumar
SASARAM: खबर रोहतास से आ रही है, जहां बंजारी स्थित डालमिया सीमेंट फैक्ट्री के मुख्य गेट पर जोरदार हंगामा हुआ है। फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और अन्य मजदूरों ने शव के सीमेंट फैक्ट्री की गेट पर रख दिया और मुआवजे की मांग को लेकर जमकर हंगामा मचाया। हंगामा कर रहे मजदूर मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, बीते 2 सितंबर को डालमिया सीमेंट फैक्ट्री में हुए साइक्लोन हादसे में तीन मजदूर बुरी तरह से झुलस गए थे। इस हादसे में एक मजदूर संजीव कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई थी जबकि दो अन्य मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसमें से एक मजदूर अशोक पासवान की देर रात इलाज के दौरान पटना के एक अस्पताल में मौत हो गई।
सोमवार को मृतक मजदूर अशोक पासवान का शव बंजारी पहुंचे ही परिजन और सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले अन्य मजदूर हंगामा करने लगे और मुआवजे की मांग को लेकर मृतक के शव को फैक्ट्री के सामने सड़क पर रखकर मुआवजे की मांग करने लगे। हंगामे की जानकारी मिलते ही मौके पर विभिन्न थानों की पुलिस के साथ बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती फैक्ट्री के पास की गई है।
गुस्साए मजदूरों का आरोप है कि फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। पिछले पांच वर्षों में अबतक पांच मजदूरों की जान काम करने के दौरान फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से जा चुकी है लेकिन मजदूरों के परिजनों को न तो मुआवजा ही दिया गया और ना ही किसी तरह की कोई मदद ही पहुंचाई गई। मजदूर मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को फैक्ट्री में नौकरी देने की मांग पर अड़े हुए हैं।