ब्रेकिंग न्यूज़

Chenab Bridge Story: चिनाब ब्रिज की नींव में बसी है इस प्रोफेसर की 17 साल की मेहनत Andre Russell-Virat Kohli: रसल को रास न आया टेस्ट क्रिकेट पर कोहली का बयान, कहा "सम्मान करता हूँ मगर..." Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला जमुई पुलिस और एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई,15 साल से फरार महिला नक्सली सीता सोरेन गिरफ्तार Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में खाद आयोग का गठन, सीएम नीतीश ने इन्हें सौंपी बड़ी जिम्मेवारी Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में खाद आयोग का गठन, सीएम नीतीश ने इन्हें सौंपी बड़ी जिम्मेवारी Bihar News: नीतीश सरकार ने अति पिछड़ा वर्ग आयोग का किया गठन, भाजपा-जेडीयू नेताओं को मिली जगह, सदस्यों का दो सीट अभी भी खाली Bihar Crime News: बिहार में आर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहा था जिस्मफरोशी का घिनौना कारोबार, 14 नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू Bihar Crime News: बिहार में आर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहा था जिस्मफरोशी का घिनौना कारोबार, 14 नाबालिग लड़कियों का रेस्क्यू

बिहार : हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 3 SSB जवानों की मौत, 9 घायल, 4 की हालत गंभीर

बिहार : हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 3 SSB जवानों की मौत, 9 घायल, 4 की हालत गंभीर

14-Jan-2022 03:24 PM

SUPAUL : इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है. जहां हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 3 जवानों की मौत हो  गई है. वहीं 9 जवान घायल, साथ ही  4 की हालत गंभीर बताई जा रही है. यह घटना बिहार के सुपौल का है.  वोल्टेज तार की चपेट में आने वाले जवान  SSB 45वीं बटालियन के है.


इस घटना के मामले में बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह सुपौल के बीरपुर स्थित सशस्त्र सीमा बल के 45 वीं बटालियन के कैंप में ट्रेनी जवानों का ट्रेनिंग चल रहा था. इसी क्रम में हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ जाने के कारण 3 जवानों की मौत हो गई. और 10 जवान बुरी तरह घायल हो गए. फिलहाल घायलों का इलाज बीरपुर के ललित नारायण अनुमंडलीय अस्पताल में चल रहा है. इनमें से 4 जवानों को दरभंगा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया.


आपको बता दें सशस्त्र सीमा बल की ओर से जानकारी दी गयी कि बिजली विभाग को ट्रेनिंग वाले मैदान से हाई वोल्टेज तार और पोल को हटाने के लिए कई बार लिखा गया. लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया. जिससे यह हादसा हुआ है.