ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

भागलपुर के पूर्व कमिश्नर की बेटी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में बताई वजह

भागलपुर के पूर्व कमिश्नर की बेटी ने की खुदकुशी, सुसाइड नोट में बताई वजह

18-Jan-2021 03:50 PM

By SUSHIL KUMAR

BHAGALPUR : बड़ी खबर भागलपुर से है, जहां भागलपुर के पूर्व कमिश्नर अखिलेश्वर गिरी की बेटी अनुभूति गिरी जायसवाल ने सुसाइड कर लिया है. अनुभूति की मौत को बाद घर में कोहराम मच गया है. 


बताया जा रहा है कि अनुभूति ने आदमपुर थाना क्षेत्र के खरमंचक स्थित अपने ससुराल में खुदकुशी कर ली है. मरने से पहले अनुभूति ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उन्होंने सुसाइड की वजह बीमारी बताई है. सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह अपनी गंभीर बीमारी की वजह से खुदकुशी कर रही है.बीमारी के अलावे और कोई भी सुसाइड की वजह नहीं है. इसके साथ ही उसने लिखा है कि उसके पति और ससुरालवाले बहुत अच्छे हैं. वो सब उसका बहुत ख्याल रखते हैं. उसे किसी से कोई शिकायत नहीं है. 


मैं भी अपने बच्चों के साथ जीवन बिताने का सोचती हूं पर लगता है कि बिमारी की वजह से यह नहीं हो पाएगा. बीमारी ने उसे तोड़ कर रख दिया है. 2 साल से मैं दवाइयां और डॉक्टर से परेशान हो गई हूं.इन्हीं सब से परेशान होकर यह कदम उठा रही हूं. ये मेरा एक-दो दिन का फैसला नहीं है बल्कि मैं 6 माह से यह सोच रही थी. मेरे नाम से जो LIC  है वो मेरे दोनों बच्चों को दिया जाए. मेरी अंतिम क्रिया आर्य समाज से किया जाए और मुझे मुखाग्नि मेरा बेटा दे. मैं अपने मम्मी पापा से माफी मांगती हूं. उन्होंने हमारे लिए बहुत कुछ किया. मुझे अपने बच्चों को छोड़कर जाने का दुख भी है. सब मुझे माफ कर देना. आई एम सॉरी.....आपकी अनुभूति.