BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी
27-Apr-2023 04:13 PM
By Srikant Rai
MADHEPURA: पूर्व सांसद व बाहुबली आनंद मोहन सहरसा जेल से रिहा हो गये हैं। गुरुवार की अहले सुबह आनंद मोहन की रिहाई की खबर मिलते ही उनके समर्थक खुशी से झूम उठे। अपने नेता की रिहाई के बाद समर्थकों ने एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया। आनंद मोहन के समर्थकों ने इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी की और जिंदाबाद का नारा लगाते हुए कहा कि जेल का फाटक टूट गया आनंद मोहन छूट गया।
मधेपुरा जिला फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं ने एक सुर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुक्रिया कहा। क्योंकि उन्होंने हाल ही में जेल नियमों में संशोधन करके आनंद मोहन की रिहाई को मुमकिन बनाया। मधेपुरा में आनंद मोहन के समर्थकों ने अपने नेता की रिहाई पर जमकर पटाखे फोड़े और खूब मिठाइयां बांटी। समर्थकों ने कहा कि शेर-ए-बिहार आनंद मोहन हुए आजाद उनका स्वागत, बिहार सरकार को भी आभार, बुलंद आवाज की होगी आगाज।
मधेपुरा जिला फ्रेंड्स ऑफ आनंद के कार्यकर्ताओं का कहना था कि आनंद मोहन की रिहाई की खबर सुनते ही मन खुशी से झूम उठा। इस खुशी से हम सब की नींदें भी गायब हो गयी। आनंद मोहन की रिहाई के बाद हमलोग आजादी महसूस कर रहे हैं।
समर्थकों ने कहा कि कुछ लोग शेर-ए-बिहार की रिहाई का विरोध कर रहे हैं। लोकतंत्र में सबकों विरोध करने का अधिकार है। आनंद मोहन जेल से निकले हैं कई लोगों की दुकाने बंद होने जा रहा है। इसलिए विरोध कर रहे हैं। समर्थकों का कहना था कि जब आनंद मोहन जेल में थे तब उनके परिवार का हाल जानने तक कोई नहीं आया। लेकिन फ्रेंड्स ऑफ आनंद उनके साथ थे और आगे भी साथ रहेंगे।
फ्रेंड्स ऑफ आनंद के नेताओं का कहना था कि आनंद मोहन सवर्णों के नेता है। रिहाई की खबर के बाद कई कैदी अनशन पर बैठ गये हैं क्योंकि जेल में रहते हुए वे कैदियों की सेवा करते रहे हैं। कैदी इस बात से दुखी हैं कि अब उनका क्या होगा। उनके दुख दर्द को कौन सुनेगा।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। साढ़े पन्द्रह वर्षों के बाद वे जेल से बाहर निकले हैं। जेल में रहते हुए उन्होंने कई किताबे लिखी है। आनंद मोहन जी में बहुत परिवर्तन हुआ है। उनकी रिहाई को राजनैतिक चश्मे से लोग देख रहे हैं।
सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए फ्रेंड्स ऑफ आनंद के नेताओं ने कहा कि जब सुशील मोदी सरकार में थे तब वे खुद आनंद मोहन की रिहाई की पैरवी करते थे और आज जब उनकी सरकार बिहार में नहीं रही तब इसका विरोध कर रहे हैं। इस तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।