Gopal Khemka Case: गोपाल खेमका की फैमिली पर किसकी है काली नजर, परिवार के खिलाफ कौन रच रहा साजिश? जवाब तलाशने में पुलिस अबतक नाकाम Gopal Khemka Case: गोपाल खेमका की फैमिली पर किसकी है काली नजर, परिवार के खिलाफ कौन रच रहा साजिश? जवाब तलाशने में पुलिस अबतक नाकाम Bihar News: क्या बिहार में फिर लौट रहा है जंगलराज? 6 महीने में 8 बिजनेसमैन की हत्या; सरकार के सुशासन पर सवाल Bihar Crime News: प्रदेश में अपराधी बेलगाम, अब गया में युवक की निर्मम हत्या से मचा हड़कंप Bihar News: 19 जिलों के 51 PHC में होंगे बड़े बदलाव, मरीजों को मिलेंगी कई सारी उत्तम सुविधाएं Shravani Mela: सावन में बिहार के इन शहरों से देवघर के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेनें, लाखों श्रद्धालुओं को फायदा Bihar News: बिहार में बनेगा 100 किलोमीटर लंबा दूसरा मरीन ड्राइव, पथ निर्माण विभाग ने तैयार किया प्लान Patna News: मुहर्रम पर पटना में अलर्ट, 377 जगहों पर मजिस्ट्रेट तैनात; जानें... कौन-कौन से रास्ते रहेंगे बंद INDvsENG: गिल के नाम 2 और विश्व रिकॉर्ड, 51 साल से कोई नहीं कर पाया था यह कारनामा Patna Crime News: पटना में अपराध का विस्फोट! 7 IPS और 22 DSP के बावजूद 5 महीने में 116 हत्याएं, सरकार की गश्ती व्यवस्था फेल
27-Jul-2021 08:23 PM
PATNA : अवैध बालू खनन को लेकर सख्ती दिखा रही सरकार के हाथ अपने कई बडे अधिकारियों की काली कमाई का सबूत लग गया है. आर्थिक अपराध ईकाई यानि ईओयू ने जब इन अधिकारियों की संपत्ति जांची तो उसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आये. ईओयू की जांच रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने दो आईपीएस, 4 डीएसपी, एक एसडीओ समेत 13 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
ये अधिकारी हुए निलंबित
सरकार के अलग अलग विभागों ने आज निलंबन को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया. सबसे बडी कार्रवाई पुलिस महमके में हुई. सरकार ने आरा के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दूबे औऱ औरंगाबाद के तत्कालीन एसपी सुधीर कुमार पोरीका को निलंबित कर दिया है. चार डीएसपी भी निलंबित हुए हैं उनमें पालीगंज के तत्कालीन डीएसपी तनवीर अहमद, आरा के तत्कालीन डीएसपी पंकज कुमार रावत, औरंगाबाद सदर के तत्कालीन एसडीपीओ अनूप कुमार औऱ डिहरी के तत्कालीन एसडीपीओ संजय कुमार शामिल हैं.
राज्य सरकार ने इन सभी अधिकारियों को प्राथमिकी जांच में दोषी पाने के बाद इसी महीने 14 जुलाई को पद से हटा दिया था. उन्हें वापस पुलिस मुख्यालय बुला लिया गया था. ईओयू की प्रारंभिक जांच में इन तमाम अधिकारियों को अवैध बालू खनन का दोषी पाया गया था.
सरकार ने क्यों किया है निलंबित
सरकार की ओर से आईपीएस औऱ डीएसपी के निलंबन को लेकर जो अधिसूचना निकाली गयी है उसमें कहा गया है कि आर्थिक अपराध ईकाई ईओयू के जांच प्रतिवेदन में ये पाया गया है कि उन्होंने बालू के अवैध उत्खनन, भंडारण और परिवहन में अपनी ड्यूटी को सही तरीके से नहीं निभाया. ईओयू ने अपनी जांच में पाया कि ये तमाम पदाधिकारी अवैध बाबू खनन में लगे लोगों को मदद पहुंचा रहे थे. उनका आचरण संदिग्ध था औऱ अपने नीचे के अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं था. लिहाजा उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाता है. सस्पेंशन के दौरान उन्हें सिर्फ जीवन यापन भत्ता दिया जायेगा.
एक एसडीओ भी निलंबित हुए
सरकार ने इन्हीं आरोपों में एक एसडीओ को भी निलंबित कर दिया है. रोहतास जिले के डिहरी में एसडीओ रहे सुनील कुमार सिंह को सामान्य प्रशासन विभाग ने निलंबित कर दिया है. उनके निलंबन की अधिसूचना में ईओयू की जांच रिपोर्ट का हवाला दिया गया है.
3 सीओ, एक एमवीआई, दो खनन पदाधिकारी निलंबित
सरकार ने 6 और पदाधिकारियों को निलंबित किया है. इनमें 3 सीओ शामिल है. कोईलवर के सीओ रहे अनुज कुमार, पटना पालीगंज के सीओ रहे राकेश कुमार और औऱंगाबाद बारूण के सीओ रहे वसंत राय को सस्पेंड कर दिया गया है. इन तीनों सीओ के खिलाफ आर्थिक अपराध ईकाई यानि ईओयू ने जांच रिपोर्ट दी थी औऱ बालू माफियाओं से उनके सांठगांठ की जानकारी दी थी.
सरकार ने भोजपुर के एमवीआई रहे विनोद कुमार को भी निलंबित कर दिया है. उन पर बालू माफियाओं को अवैध बालू के परिवहन में सहयोग करने का आऱोप है. उधर खान एवं भूतत्व विभाग ने दो खनन पदाधिकारियों को सस्पेंड किया है. सस्पेंड हुए दोनों खनन पदाधिकारियों को 14 जुलाई को पद से हटा कर मुख्यालय बुलाया गया था.
सरकार ने आज जिन पदाधिकारियों को सस्पेंड किया है, वे वही हैं जिन्हें 14 जुलाई को अपने पद से हटाकर वापस मुख्यालय बुला लिया गया था. उनके खिलाफ ईओयू की जांच जारी थी. जांच में औऱ तथ्य मिलने के बाद उन्हें सस्पेंड किया गया.
ईओयू ने मोटी कमाई पकड़ी
सरकार ने इन पदाधिकारियों को पद से हटाने के बाद उनकी संपत्ति की जांच करने को कहा था. आर्थिक अपराध ईकाई को इस काम में लगाया गया था. सूत्र बता रहे हैं कि ईओयू को जांच में इन अधिकारियों की बड़ी काली कमाई का पता चला है. इसकी सूचना सरकार को दे दी गयी है. सूत्र बता रहे हैं कि सरकार अवैध तरीके से कमाये गये पैसे को जब्त करने की कार्रवाई करने में भी लगी है. ईओयू ने इस संबंध में ईडी से भी संपर्क साधा है.